प्रह्लादपुर में आयोजित श्रीश्री 1008 श्रीराम महायज्ञ में उमड़े श्रद्धालुमुशहरी. श्रीराम का चरित्र अनुकरणीय है, जिसे पाकर मानव अपने जीवन को सफल बनाता है. मानव में मानवता का संचार रामकथा के माध्यम से होता है. श्रीराम कथा व्यक्ति के जीवन में सुधार लाकर प्रभु से जोड़ती है. श्रीराम का जीवन चरित्र मानव में प्रभु के प्रति प्रेम और समाज के प्रति सेवा का संचार करता है. यह बात शुक्रवार को प्रह्लादपुर गांव में आयोजित श्रीश्री 1008 श्रीराम महायज्ञ में प्रवचन के दौरान स्वामी प्रभंजनानंद शरण जी महाराज ने कही. उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा से मनुष्य के मन में विराजमान राग-द्वेष समाप्त हो जाता है. इससे प्रेम, दया, करुणा, सद्भाव, भक्ति आदि भावों का विकास होता है. उन्होंने रामजी के बाल्यकाल का वर्णन किया. इससे पूर्व अयोध्या से आये महंथ रामकृपाल दास व वीरेंद्र शर्मा द्वारा यज्ञ मंडप में यज्ञशाला पूजन, मूर्ति अनावरण, 64 करोड़ देवी-देवताओं का पूजन किया गया. वहीं वृंदावन से आये पंडित लखराज शर्मा की टीम ने रामलीला व रासलीला का मंचन किया. महायज्ञ समिति के सदस्यों ने बताया कि प्रतिदिन 12 बजे से लेकर 3 बजे तक रामलीला, साढ़े तीन बजे से 6.30 तक प्रवचन व रात आठ बजे से 11 बजे तक रासलीला का आयोजन होगा.
BREAKING NEWS
Advertisement
श्रीराम का चरित्र अनुकरणीय : प्रभंजनानंद
प्रह्लादपुर में आयोजित श्रीश्री 1008 श्रीराम महायज्ञ में उमड़े श्रद्धालुमुशहरी. श्रीराम का चरित्र अनुकरणीय है, जिसे पाकर मानव अपने जीवन को सफल बनाता है. मानव में मानवता का संचार रामकथा के माध्यम से होता है. श्रीराम कथा व्यक्ति के जीवन में सुधार लाकर प्रभु से जोड़ती है. श्रीराम का जीवन चरित्र मानव में प्रभु के […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement