मुजफ्फरपुर: स्कूल संचालक सह तेल व्यवसायी सत्य नारायण प्रसाद अपहरण कांड में पांच करोड़ के फिरौती की रकम सीतामढ़ी के पते पर जारी सिम से मांगी गयी थी.
वह सिम 70 साल के वृद्ध मिश्रीलाल चौधरी के नाम पर 20 सितंबर को ही निकाला गया था. अपहर्ताओं ने पूरी प्लानिंग के साथ सत्य नारायण प्रसाद के अपहरण के एक दिन पूर्व ही मतदाता पहचान पत्र पर सिम की खरीद की थी. सिम समस्तीपुर थाना क्षेत्र के पूसा बाजार स्थित ताज मोबाइल पैलेस से खरीदी गयी थी. सिम खरीदने के समय अपहर्ताओं ने सीतामढ़ी जिला के कुशौल से बने मतदाता पहचान पत्र का इस्तेमाल किया था. रविवार को पुलिस ने बिना सत्यापन के ही सिम बेचने पर ताज मोबाइल पैलेस के मालिक मो शमशाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वह सकरा थाना क्षेत्र के रामपुर बखरी गांव का रहने वाला है. उसके साथ हिरासत में लिये गये सैदपुर निवासी मोहन कुमार से पूछताछ जारी है.
इधर, पुलिस मिश्रीलाल की खोजबीन में जुटी है.
बताया जाता है कि गलत पहचान पत्र पर सिम जारी किया गया है. पुलिस उस व्यक्ति की तलाश कर रही है, जिसने सिम खरीदी थी. पुलिस के वरीय अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. 21 सितंबर को रेवा रोड से सत्य नारायण प्रसाद का अपहरण चालक मुकेश के साथ किया गया था. दो माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक अपहृत को बरामद नहीं कर पायी है.
इस मामले में आठ लोगों को पुलिस जेल भेज चुकी है. तीन दिन पूर्व पुलिस ने समस्तीपुर के वैनी ओपी के गंगापुर के मोबाइल दुकानदार दीपक सहनी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.