मीनापुर (मुजफ्फरपुर): नक्सल प्रभावित तुर्की बाजार के करीब 200 व्यवसायियों से माओवादियों ने लेवी की मांग की है. इसके लिए दुकानदारों के नाम से चिट्ठी भेजी गयी है.
प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी पश्चिमी जोनल कमेटी के सचिव प्रहार के नाम से यह फरमान जारी किया गया है. इसमें दुकानदारों से पचास हजार से एक लाख तक लेवी की मांग की गयी है. इधर, चिट्ठी मिलते ही हड़कंप मच गया है.
इतनी बड़ी राशि दुकानदार कहां से देंगे, इस बात को लेकर चिंता की सताने लगी है, लेकिन भय से कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है. तुर्की बाजार में करीब चार सौ दुकानें हैं, लेकिन चिह्न्ति दुकानों को ही लेवी का लिफाफा थमाया गया है. संगठन के पत्रंक 102 में किराना व्यवसायी गरीबनाथ साह सहित अन्य दुकानदारों से लेवी की राशि मांगी गयी है. गरीब नाथ को 50 हजार रुपये सहयोग राशि देने का अल्टीमेटम मिला है. छोटे व्यवसायी से 50 हजार व बड़े से एक लाख रुपये की मांग की गयी है.
यह लिखा पत्र में
पत्र में कहा गया है कि भारत अर्ध निवेशित व अर्ध सामंतियों का गुलाम देश है. यहां की 95 प्रतिशत जनता पांच प्रतिशत दलालों व सामंतों के रहमोकरम पर है. इनकी मरजी के बिना आंख भी नहीं खोल सकते. ये लोग उपनिवेशकों के माल पर आश्रित हैं. इनका अपना उत्पाद भी नहीं है. लघु व कुटीर उद्योग बंद हैं या बंद होने के कगार पर हैं. प्रतिस्पर्धा के दौर में छोटी कंपनियों का माल भी नहीं बेच पाते. माओवादियों ने नव जनवादी सदस्य बनने व आर्थिक सहयोग के लिए व्यवसायियों का आह्वान किया है. एक व्यवसायी के आवेदन पर मामला दर्ज कर मीनापुर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है.