मुजफ्फरपुर: भाजपा का घोषित बिहार बंद (विश्वासघात दिवस) का मुजफ्फरपुर में काफी असर दिखा. ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहर तक भाजपा कार्यकर्ता अपने समर्थकों के साथ बंद कराते रहे. शहरी क्षेत्र की अधिकांश दुकानें बंद रही. समाहरणालय के बाहर भी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. गेट बंद रहने के कारण कार्यकर्ता अंदर नहीं घुस सके.
पूरा समाहरणालय परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था. बंद कराने के क्रम इमलीचट्टी स्थित जिला परिषद मार्केट में दुकानदारों ने भाजपा कार्यकर्ता पर हमला बोल दिया. इस बीच जमकर मारपीट हुई. इस्लामपुर में भी भाजपा कार्यकर्ता व दुकानदारों के बीच नोकझोंक हुई.
शहर में विधायक सुरेश शर्मा, वीणा देवी, भाजुयमो प्रदेश अध्यक्ष राजेश वर्मा, जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता अलग- अलग टोली में बंट कर घूम – घूम कर बंद कराते रहे. प्रखंडों में भी बंद का असर रहा है. सभी प्रखंड व अंचल कार्यालय सहित सभी सरकारी व गैरसरकारी कार्यालय बैंक को बंद कराया. प्रखंड में सरकारी काम काज ठप रहा. भाजपा कार्यकर्ताओं ने एनएच 57, एनएच 77 एनएच 28 एवं एनएच 102 को जगह – जगह बंद कर दिया. ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश प्रखंड कार्यालय को भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने बंद करा दिया. बंद का असर सामान्य जनजीवन पर भी पड़ा.
बड़े वाहन के साथ छोटे वाहन भी काफी कम संख्या में दिख रहे थे. हालांकि चिकित्सा सेवा प्रभावित नहीं हुई. पारू व सरैया में विधायक अशोक सिंह, औराई में राम सूरत राय व गायघाट में वीणा देवी ने मोरचा संभाल रखा था. गायघाट में 200 कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी. कुढ़नी में एक हजार से अधिक लोग सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. मीनापुर में मुजफ्फरपुर- शिवहर रोड को कई जगहों पर जाम कर दिया गया.