मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर पश्चिमी अंचल के 1143 व्यवसायियों में 809 व्यवसायी कर नहीं चुकाते. यह खुलासा सेल टैक्स विभाग के ऑडिट में हुआ है. इन कारोबारियों में रेडिमेड कपड़ों का कारोबार करने वाले व्यवसायी सबसे अधिक हैं.
विभाग इस बात से हैरत में है कि माल मंगाने के लिए सुविधा परमिट की अनिवार्यता के बाद भी ऐसे कारोबारी बेखौफ होकर अपना कारोबार कैसे कर रहे हैं. कारोबारियों के कर नहीं चुकाने के कारण प्रतिवर्ष राज्य सरकार को करोड़ों का घाटा हो रहा है. पिछले वर्ष कारोबारियों से प्राप्त होने वाले कर की अपेक्षा इस वर्ष अब तक काफी कम कर जमा हुआ है. अब तक राजस्व संग्रहण में चार से 25 फीसदी की गिरावट आयी है. जबकि कारोबार का ग्रोथ लगातार बढ़ रहा है.
अधिकारियों ने माना चेक पोस्ट की शिथिलता : अधिकारियों का मानना है कि चेक पोस्ट की संरचनात्मक ढांचा व तकनीकी अभाव व वहां बरती जा रही शिथिलता के कारण माल का आगमन हो रहा है. व्यापारी इसका फायदा उठा कर बिना परमिट के सामान चेक पोस्ट से पार करवा रहे हैं. इससे कारोबारियों की सही कारोबार का पता नहीं चल पाता. सुविधा जेनरेट नहीं होने के कारण कारोबार का आकलन मुश्किल होता है. व्यवसायी इसका फायदा उठा कर सेल टैक्स विभाग को चूना लगा रहे हैं.
विभाग ने की प्लानिंग : कर संग्रह के लिए विभाग की ओर से प्लानिंग की जा रही है. अधिकारियों ने मुख्यालय को पत्र लिख कर नयी प्लानिंग की जानकारी दी है. जिसमें संगत चेक पोस्ट पर वस्तुओं के परिवहन पर सतर्कता, स्लीप रूट पर समय-समय पर वाहन का निरीक्षण, उल्लेखित वस्तुओं के कारोबार स्थल का निरीक्षण कर गोदामों की जांच व निबंधन नहीं कराने वाले कारोबारियों को नोटिस देने की बात कही गयी है.
पश्चिमी अंचल को इस वर्ष 322 करोड़ राजस्व संग्रहण का लक्ष्य दिया गया है. जबकि आधे से अधिक कारोबारी टैक्स नहीं चुका रहे हैं. इसके लिए विभाग की ओर से उन्हें जागरूक भी किया गया था. बावजूद कारोबारी टैक्स जमा करने में उदासीन दिख रहे हैं. ऐसे व्यवसायियों की सूची बनायी गयी है. मुख्यालय से दिशा निर्देश मांगा गया है. सभी व्यवसायियों पर कार्रवाई की जायेगी.
सुजय प्रकाश उपाध्याय, पश्चिमी अंचल प्रभारी, सेल टैक्स विभाग.