मुजफ्फरपुर: मूसलाधार बारिश ने जिले की बिजली आपूर्ति को बेपटरी कर दिया. हाई टेंशन तार पर पेड़ के डाल गिरने व कई स्थानों पर पीन इंसूलेटर पंर होने से तबाही मच गयी. बारिश में आयी फॉल्ट के कारण बारी-बारी से 15 फीडर ब्रेक डाउन में चला गया. सुबह होते-होते स्थिति यह हुई कि आधे जिले की बिजली गुल हो गयी. उधर, कई फीडर के एक साथ ब्रेक डाउन में जाने से ग्रिड में हाई वोल्टेज की स्थिति हो गयी. इसे देखते हुए कुछ फीडर की बिजली ग्रिड से भी काट दी गयी थी.
सुबह होते ही पानी की आफत
सुबह बिस्तर छोड़ने के साथ बिजली गुल होने से लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ा. भगवानपुर पावर स्टेशन से जुड़े बीबीगंज व भगवानपुर में तो सात से आठ घंटे तक ब्लैक आउट की स्थिति बनी रही. सुबह छह बजे गुल बिजली दोपहर दो बजे आयी. इस बीच लोगों को खाना बनाने व स्नान करना तक मुश्किल हो गया. भीखनपुर ग्रिड से जुड़ा नया टोला, मड़वन,माड़ीपुर, कांटी फीडर के ब्रेक डाउन में चले जाने से शहर से लेकर गांव तक अंधेरा में डूबा हुआ था. एसकेएमसीएच ग्रिड से जुड़े एसकेएमसीएच, मीनापुर, सिकंदरपुर, कटरा, मैठी फीडर भी ब्रेक डाउन में फंसा हुआ था. भगवानपुर पावर स्टेशन से जुड़े इलाके में गुरुवार देर शाम तक बिजली किल्लत बनी हुई थी. रात दो बजे बारिश के कारण गुल हुई बिजली दोपहर में बहाल तो हुई लेकिन लो वोल्टेज के कारण मोटर व अन्य बिजली उपकरण नहीं चल सके. 12 घंटे में मात्र तीन घंटे ही बिजली मिल सकी थी.
जजर्र ट्रांसमिशन लाइन का नतीजा
बारिश होने के साथ बिजली आपूर्ति ठप होने का कारण लचर ट्रांसमिशन सिस्टम है. 11 केवीए लाइन के इंसूलेटर व डिस्क बारिश में जवाब देने लगते हैं. पेड़ के छंटाई नहीं होने से तार पर डाल गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है. निजी कंपनी के आने के बाद कई फीडरों का तार बदला गया है.
ठनका गिरने से लाखों का नुकसान : सुबह में बारिश के दौरान ठनका (लाइटनिंग) होने के कारण शहर के कई इलाके में बिजली उपकरण जल गया है. कन्हौली इलाके में तो अधिकांश घरों में नुकसान होने की बात सामने आ रही है. इनवर्टर, मोटर, बिजली, पंखा के जल जाने से लाखों का नुकसान हुआ है. रामदयालुनगर इलाके में ठनका असर पड़ा. खासकर उंचे मकान में बिजली उपकरण का काफी नुकसान हुआ है. कड़कड़ाहट के आवाज के साथ बिजली के उपकरण से गंध आने लगा. इसके कुछ ही पल बाद बिजली बंद हो गयी.