मुजफ्फरपुर: जिले में बढ़ते अपराध व शिथिल पड़े विकास को लेकर पिछले 26 अगस्त को भाजपा व जदयू के विधायकों ने परिसदन में बैठक की थी. बैठक में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत कराने का निर्णय लिया गया था. अपराध में कमी नहीं आयी तो 15 दिन के बाद आंदोलन करने पर सहमति बनी थी.
27 अगस्त को विधायकों की टीम एसएसपी, डीएम, डीआइजी व आइजी से मिल कर उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराया था. चेतावनी दी कि 15 दिन में अपराध पर नियंत्रण नहीं हुआ तो चक्का जाम किया जायेगा. अल्टीमेटम के बाद अधिकारियों ने अपराध पर काबू पाने का आश्वासन दिया. इस पर रोक के लिए प्रशासनिक कसरत शुरू हुई. लेकिन अपराधी प्रशासन को चुनौती देते हुए ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. अपराधियों ने एसएसपी कार्यालय व विवि थाना के समीप चोरी व लूट की घटना को अंजाम देकर यह बता दिया कि उसके उन पर पुलिस का कोई खौफ नहीं है. छात्र-छात्रएं भी सुरक्षित नहीं है.
अल्टीमेटम के बाद सात हत्याएं
शुभम नामक छात्र की हत्या कर दी गयी तो निखिल का अपहरण हुआ. कई छात्राओं के अपहरण का प्रयास किया गया. अल्टीमेटम की इस अवधि में सात युवकों की हत्या हुई. जिले में 21 घरों व दुकानों में चोरी, लूट व छिनतई की आठ घटनाएं घटी है, जिसमें
सेना के जवान, महिला प्रोफेसर, रोटरी
क्लब के उपाध्यक्ष की पत्नी आदि लोग इसके शिकार हुए. दिनदहाड़े अपराधियों का तांडव जारी रहा.
बेखौफ अपराधी : औराई में पैक्स अध्यक्ष की पुत्री को नकाब पोश अपराधियों ने अपहरण का प्रयास किया. औराई के ही मूकसूदपुर गांव से 15 वर्षीय किशोर लापता है. मोबाइल छीनने के विरोध में कांटी के लसगरीपुर में बजरंगी सहनी को गोली मार दी गयी. रंगदारी नहीं देने पर औराई थाना के भैरव स्थान चौक पर कपड़ा व्यवसायी किशन उर्फ विक्रम साह व मनोज कुमार नामक युवक को अपराधियों ने गोली मार दी थी. कपड़ा व्यवसायी से 20 लाख रुपये रंगदारी की मांग की थी. बैंक खाते, एटीएम व बैंक में पैसा जमा करने के क्रम में पैसा चंपत करने की पांच घटनाएं बदस्तूर जारी हैं. इसमें चार लाख से अधिक रुपये की चपत लगी. गायघाट में दुष्कर्म के प्रयास की दो घटनाएं हुई. मीनापुर में सात वर्षीय बालक के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया गया. गोलीबारी की भी कई घटनाएं घटी. इमली चट्टी के एक होटल में फायरिंग की गयी. वहीं शुक्ला रोड में अपराधियों द्वारा फायरिंग की गयी. जिसमें पान दुकानदार को गोली लगी थी.
13 सितंबर को तैयार होगी आंदोलन की रूपरेखा : प्रशासन को 15 दिन में अपराध पर नियंत्रण नहीं पाने पर आंदोलन के लिए अल्टीमेटम देने वाले सभी विधायक 13 सितंबर को बैठक कर फिर से आंदोलन की रुप रेखा तैयार करेंगे. पूर्व मंत्री व जदयू विधायक ई. अजीत कुमार ने बताया कि 13 सितंबर को विधायकों की बैठक बुलायी गयी है. उसमें आपराधिक घटनाओं की समीक्षा की जायेगी. इसके बाद आगे कार्रवाई की योजना बनेगी. विधायक सुरेश चंचल ने कहा कि कुछ विधायक लोग बाहर गये हैं. उनके आते ही बैठक कर आंदोलन की घोषणा करेंगे. अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रशासन इसे रोक पाने में असफल साबित हो रहा है.
अपराध रोकने में प्रशासन असफल
विधायक रामसूरत राय ने कहा कि अपराध बढ़ते जा रहे हैं. लूट, अपहरण, हत्या व चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. अपराधी सरेआम लोगों पर गोलीबारी कर रहे है. पुलिस इसे रोक नहीं पा रही है. विधायकों के बाहर से आने के साथ बैठक कर आंदोलन की घोषणा की जायेगी. विधायक सुरेश शर्मा ने बताया की वे शिरडी में दर्शन करने आये है. गुरुवार को लौटेंगे. बैठक होगी और जोरदार आंदोलन चलाया जायेगा. प्रशासन अपराध रोकने में असफल साबित हो रहा है. विधायक वीणा देवी ने कहा कि विधायक लोग टूर पर बाहर निकल गये हैं. वे मंगलवार को लौटी हैं. अपराध थम नहीं रहा है. इसलिए आंदोलन निश्चित है. जल्द ही विधायकों की बैठक होगी. पूर्व मंत्री सह विधायक दिनेश कुशवाहा ने कहा कि विधान सभा की कमेटी के साथ टूर पर है. 13 सितंबर को लौटते ही विचार कर आंदोलन की रूप रेखा तैयार किया जायेगा.