मुजफ्फरपुर: खास महाल की जमीन पर बने मीनाक्षी होटल के निर्माण की रिपोर्ट सरकार के पास भेज दी गयी है. भूमि सुधार उपसमाहर्ता पूर्वी कपिलेश्वर मिश्र ने अपर समाहर्ता के माध्यम से भेजे रिपोर्ट में बताया है कि समाहरणालय परिसर के दक्षिण में खास महाल की (खाता संख्या 253, खेसरा संख्या 226) कुल रकबा 5.29 एकड़ जमीन जिला परिषद को कर्मचारी विश्रम गृह के लिए उपलब्ध करायी गयी थी, जिसका उपयोग अवैध तरीके से मार्केट कॉम्प्लेक्स व मीनाक्षी होटल निर्माण के लिए कर लिया गया. कचहरी कंपाउंड स्थित खास महाल की जमीन पर भी अवैध कब्जा के बारे में भी जानकारी दी गयी है.
बताया गया है कि कुछ अवैध लोगों ने जमीन पर कब्जा कर दुकान बना लिया है, जिसे हटाने के लिए समय – समय पर अभियान चलाया जा रहा है. अब तक अतिक्रमण खाली नहीं हो पाया है. मुशहरी अंचलाधिकारी को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया जा रहा है. खास महाल की जमीन के लीज के नवीनीकरण संबंध में नई खास महाल नीति 2011 के तहत कार्रवाई करने की बात कही गयी है. मालूम हो कि सीएजी के आपत्ति के बाद राजस्व व भूमि सुधार विभाग ने अपर समाहर्ता को पत्र देकी होटल निर्माण के कारण दो करोड़ राशि का नुकसान होने की बात कही थी. सीएजी के आपत्ति पर 2012 में भी इस मामले में जिला परिषद से रिपोर्ट तलब की गयी थी.
डीडीसी ने शुरू की जांच
जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी कॅवल तनुज ने मीनाक्षी होटल के निर्माण की संचिका खंगालना शुरु कर दिया है. मंगलवार को डीडीसी ने जिला परिषद के अभियंता व अन्य कर्मियों को होटल निर्माण से जुड़ी फाइल के साथ तलब किया. उनसे कई बिंदुओं पर पूछताछ भी की. हालांकि,डीडीसी इनके ओर से प्रस्तुत किये संचिकाओं से संतुष्ट नहीं हुए. उधर डीसीएलआर कार्यालय के कर्मचारी सातवें दिन भी गायब संचिका के खोज में जुटे रहे.