मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों में स्नातक के सत्र 2014-15 में नामांकित सैकड़ों छात्र-छात्रओं का नामांकन रद्द हो सकता है.
ये सभी सेल्फ फाइनेंस के तहत शुरू हुए सामान्य कोर्स के छात्र हैं, जिसे सरकार से मंजूरी प्राप्त नहीं है. राजभवन ने विवि प्रशासन को ऐसे कोर्स पर तत्काल रोक लगाने का आदेश दिया है. साथ ही नामांकन लेने के लिए दोषी प्राचार्य के खिलाफ प्रशासनिक व अनुशासनात्मक कार्रवाई का निर्देश दिया है.
पूर्व कुलपति डॉ विमल कुमार के कार्यकाल में पंद्रह अंगीभूत कॉलेजों में आधा दर्जन से अधिक सामान्य कोर्स को सेल्फ फाइनेंस के तहत शुरू करने की अनुमति मिली थी. इसके बाद बिना सरकार के मंजूरी के ही कॉलेजों ने इन कोर्सो में नामांकन लेना भी शुरू कर दिया. इसी बीच पिछले वर्ष राजभवन ने विवि को बिना सरकार से मंजूरी वाले कोर्स को बंद करने का आदेश दिया. राजभवन के आदेश के आलोक में विवि ने पिछले वर्ष इन कोर्सों में नामांकि छात्रों के पंजीयन पर रोक लगा दी थी. मामला नामांकन समिति गया व छात्र हित में सत्र 2013-14 तक इसे जारी रखने का निर्देश दिया. पर 2014-15 से इन कोर्सो में नामांकन पर रोक लगा दी गयी. बावजूद इस वर्ष भी अधिकांश कॉलेजों ने इन विषयों में नामांकन ले लिया है.
प्रभात खबर ने 25 अगस्त के अपने अंक में ‘रोक के बावजूद कॉलेजों में हुआ नामांकन’ शीर्षक से खबर छाप कर इसका खुलासा किया था. साथ ही छात्रों के नामांकन रद्द होने की आशंका भी जतायी थी. राजभवन के आदेश के बाद यह आशंका और भी बढ़ गयी है. अब इस पर अंतिम फैसला कुलपति को लेना है.