मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) समय पर तैयार नहीं होने के कारण नैक मूल्यांकन के लिए जारी ट्रैक आइडी के रद्द होने का खतरा मंडरा रहा है. इस खतरे को टालने के लिए अब विवि ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसके तहत विकास कार्यालय की एक टीम प्रत्येक दिन तीन से चार पीजी विभागों में जाकर सूचनाएं इकट्ठी करेगी. इसकी शुरुआत गुरुवार से हुई. टीम ने इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र व दर्शनशास्त्र विभाग का दौरा कर एसएसआर के जिल जरू री सूचनाएं इकट्ठी की.
मूल्यांकन के लिए विवि के आवेदन के आधार पर इस वर्ष मार्च में नैक ने उसे ट्रैक आइडी जारी किया था. नियमों के तहत ट्रैक आइडी जारी होने के पांच माह के भीतर विवि को एसएसआर अपने बेवसाइट पर लोड करना था. यह समय सीमा 15 अगस्त को पूरी हो गयी. पर विवि समय पर एसएसआर तैयार नहीं कर सकी. प्रभात खबर ने 18 अगस्त के अपने अंक में ‘विवि का रद्द हो सकता है ट्रैक आइडी’ शीर्षक से इस मामले को उठाया. इसके बाद विवि प्रशासन हरकत में आया.
नैक से समय मांगेगी विवि
समय सीमा के बाद छह दिन बीत जाने के बावजूद विवि अभी तक एसएसआर वेबसाइट पर अपलोड नहीं कर सकी है. फिलहाल जो प्रयास शुरू हुए हैं, उसके आधार पर अभी भी विवि को एसएसआर बनाने व आइक्यूएसी से मंजूरी लेने में 10 से 15 दिनों का समय लग सकता है. ऐसे में विवि प्रशासन ले नैक से समय सीमा बढ़ाने की मांग करने का फैसला लिया है.
मूल्यांकन के लिए 30 जून अंतिम समय सीमा : यूजीसी ने बारहवीं पंचवर्षीय योजना के तहत उन्हीं विश्वविद्यालयों व अंगीभूत कॉलेजों को अनुदान देने का फैसला लिया है, जो नैक मूल्यांकित होंगे. नैक मूल्यांकन के लिए आखिरी तारीख 30 जून निर्धारित की गयी है.
एसएसआर तैयार करने के लिए बनी टीम के एक अहम सदस्य ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि यदि नैक विवि की मांग पर समय नहीं बढ़ाती है तो नये सिरे से मूल्यांकन के लिए पहल होगी. ऐसे में फिलहाल जो एसएसआर तैयार किया जा रहा है, वह कारगर साबित होगा.