मुजफ्फरपुर: भभुआ सहित कई जिलों लूट कांड के कई मामलों के आरोपित रूपेश कुमार की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिये है. उसके शरीर पर दर्जनों जख्म के निशान देख नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह सहित कई पुलिस अधिकारी चौंक गये. शरीर पर मिले जख्म के निशान की डा फैज अहमद ने जांच की. जांच में सभी जख्म पुराने बताये गये है. रुपेश के शरीर पर ताजा घाव के निशान नहीं मिले है. रू पेश के पीठ पर जगह-जगह रॉड से पिटाई के निशान मिले है. वही उसके कमर के नीचे बने घाव को देख डॉक्टर का कहना था कि किसी गरम चीज से उसे दागा गया है. हालांकि रिमांड होम के अधिकारी का कहना था कि रविवार की रात उल्टी होने की शिकायत पर उसे सदर अस्पताल में भरती कराया गया था, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इधर, यह भी संभावना जतायी जा रही है कि भभुआ में ही उसकी पिटाई की गयी हो. पुलिस यह पता करने में जुटी है कि वह गया जिले में कब पकड़ा गया था.
शव की करायी गयी वीडियोग्राफी
सदर अस्पताल में बाल कैदी के शव की पूरी वीडियो ग्राफी पुलिस की निगरानी में की गई. इस दौरान कैदी शरीर के ऊपर से लेकर निचले हिस्से तक ,आगे से पीछे तक शरीर पर पड़े निशान को बारिकी से कैमरे में कैद किया गया. वही भभुआ व गया जिला की पुलिस को भी सूचना दे दी गयी है.
हो चुकी है वर्चस्व की लड़ाई
रिमांड होम में पहले भी कई बार वर्चस्व को लेकर मारपीट की घटना हो चुकी है. बाल कैदी रूपेश की मौत का राज तो पोस्टमार्टम के बाद ही खुलेगा. लेकिन इस आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि कही वर्चस्व को लेकर तो नहीं रूपेश के साथ घटना नहीं घटी है. उसके ऊपर कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे. हाल ही में उसे मुजफ्फरपुर रिमांड होम भेजा गया था. रिमांड होम में कई बार बाल कैदियों की आपस में वर्चस्व को लेकर मारपीट होती थी. आपसी लड़ाई में बाल कैदी जख्मी होते थे. बाल कैदी रूपेश के शरीर पर जिस तरह के जख्म के निशान है ऐसे में इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर रिमांड होम के प्रभारी अधीक्षक अभिमन्यु कुमार ने बताया कि जब वह यहां रिमांड होम में आया था ,तभी से वह थोड़ा बीमार चल रहा था. उसके शरीर पर पहले से ही बहुत जख्म के निशान थे.
रिमांड होम में मिला उल्टी का निशान
देर रात नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह के निर्देश पर नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा व दारोगा रघुनाथ तिवारी सिकंदरपुर स्थित रिमांड होम पहुंच कर छानबीन की. जांच में रिमांड होम के अंदर जिस जगह पर रूपेश रह रहा था, वहां पर कै के निशान मिले है. नगर थानाध्यक्ष ने अन्य बाल कैदियों से भी पूछताछ की, लेकिन किसी ने मारपीट या अन्य घटना से इनकार किया है.