मुजफ्फरपुर : मेयर सुरेश कुमार व नगर निगम कर्मचारी संघ के मंत्री सह पाइपलाइन इंस्पेक्टर सत्येंद्र प्रसाद सिंह आमने-सामने हो गये हैं. दोनों एक-दूसरे पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा रहे हैं. कर्मचारी संघ के मंत्री सत्येंद्र सिंह ने मेयर पर अपने चैंबर में बुला वार्ड नंबर 11 के गुजराती बस्ती मुहल्ले में पानी का अवैध कनेक्शन नहीं देने पर गाली-गलौज व मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है.
वहीं मेयर ने पाइपलाइन इंस्पेक्टर पर अभद्र व्यवहार करने की बात कहते हुए नगर आयुक्त को निलंबित करने के लिए पत्र लिखा है. इस विवाद के बीच नगर निगम के कर्मचारी हड़ताल पर चले गये हैं. शुक्रवार की दोपहर बाद प्रशासनिक काम के साथ कर्मचारियाें ने 27 अलग-अलग पंप से होनेवाली पानी की आपूर्ति को भी ठप कर दिया है.
इससे पानी के लिए पूरे शहर में शाम के बाद लोगों में हाहाकार मचा है. सबसे ज्यादा प्रभावित स्लम बस्ती व निगम के जलापूर्ति पर आश्रित मुहल्ले के लोग हैं. इधर, जिस वक्त घटना हुई, उस वक्त नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा निगम में नहीं थे. शाम में लौटने के बाद उन्होंने पाइपलाइन इंस्पेक्टर के साथ अन्य अधिकारी व कर्मियों को बुला जानकारी ली. नगर आयुक्त ने बताया कि मामले की जांच की जिम्मेदारी अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद को दी गयी है.
साथ ही संघ से हड़ताल को खत्म करने के लिए कहा गया है. दोपहर करीब दो बजे अचानक मेयर के चैंबर से निकले पाइपलाइन इंस्पेक्टर ने हल्ला करते हुए कहने लगे कि मेयर ने मुझे बुला गाली देने के साथ मारने की धमकी दी है. इसके बाद देखते-देखते पांच मिनट के अंदर ऑफिस के सभी कमरों में ताला लटका कर कर्मचारी परिसर में जमा हो गये और मेयर के खिलाफ तीखी नारेबाजी शुरू कर दी.
अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने समझाने की कोशिश की, लेकिन कर्मी इतने ज्यादा आक्रोशित थे कि वे लोग नहीं माने. आनन-फानन में संघ की बैठक कर कर्मियों ने मेयर के माफी मांगे जाने तक हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी.