मुजफ्फरपुर: कपड़ा व्यवसायी अविनाश कुमार उर्फ मोनू शाही को पत्र भेज कर माओवादियों ने परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है. सोमवार की दोपहर पत्र मिलने के बाद व्यवसायी दहशत में है. उन्होंने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है. साथ ही एसएसपी व एएसपी अभियान को अवगत करा सुरक्षा की गुहार लगायी गयी है.
अविनाश उर्फ मोनू मूल रूप से मोतीपुर के नरियार पानापुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता का नाम महंथ प्रेम शंकर दास है. मोनू का नगर थाना क्षेत्र के कटहीपुल पुरानी धर्मशाला चौक के पास सूर्य वस्त्रलय नाम से कपड़े की दुकान है. उन्होंने बताया कि सोमवार दोपहर एक बजे के आसपास पोस्ट मैन प्रमोद कुमार पटेल एक बंद लिफाफा लेकर दुकान पर पहुंचा. जब खोल कर पढ़ा तो भयभीत हो गया. पत्र में लिखा था कि डीसीएलआर पूर्वी के निर्गत परचा धारी को जमीन देने में रुकावट पैदा नहीं करें, नहीं तो बाप-बेटा भीषण परिणाम भुगतने को तैयार रहें. इस मामले में अंतिम तिथि 15 अगस्त व कार्रवाई की तिथि 18 अगस्त घोषित की गयी है. निवेदक के रूप में भाकपा माओवादी, मुजफ्फरपुर पूर्वी एरिया कमेटी का जिक्र है.
पत्र की शुरुआत में जिला प्रशासन पर भी टिप्पणी की गयी है. वही दबंग मठाधीश व उनके पुत्र के मुर्दाबाद का नारा लगाया गया है. पत्र के अंत में शोषक, सामंती मुर्दाबाद का नारा लिख कर पुलिस मुखबिर होशियार, अब माओवादी सजा देने को है तैयार की टिप्पणी की गयी है.
लगायी सुरक्षा की गुहार : व्यवसायी का कहना है कि डीसीएलआर पूर्वी के फैसला के विरुद्ध समाहर्ता के यहां मामला लंबित है. इस मामले में एसडीओ पूर्वी से जांच प्रतिवेदन मांगा गया है. 22 सितंबर को सुनवाई की तिथि निर्धारित है. व्यवसायी ने नगर डीएसपी को भी पत्र लिख कर पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा है कि माओवादी पत्र के अनुसार उनके साथ कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है. उन्होंने अपने व पूरे परिवार के जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगायी है.
फर्जी पत्र होने की आशंका : व्यवसायी को मिले पत्र के फर्जी होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. बताया जाता है कि पत्र में मुजफ्फरपुर पूर्वी एरिया कमेटी का जिक्र किया गया है, जबकि जिले में नक्सलियों की पूर्वी कमेटी नहीं है.