मुजफ्फरपुर: विश्व हेपेटाइटिस डे के मौके पर सोमवार को प्रजापिता ब्रrाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय व रोटरी आम्रपाली की ओर से सेमिनार का आयोजन किया गया.
वक्ताओं का कहना था कि इस वर्ष बीमारी के निदान के लिए थिंक अगेन नाम दिया गया है. डॉ एनकेपी सिंह ने कहा कि बीमारी का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है. दुनिया में करीब 4 करोड़ लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. इससे बचाव के लिए टीका ही एकमात्र उपाय है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अरुण साह ने कहा कि यह बीमारी साइलेंट किलर है. एक बार हो जाए तो इससे निजात मिलना मुश्किल है.
उन्होंने कहा कि दुनिया में 50 लाख लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं. हर वर्ष इससे 15 लाख लोगों की मृत्यु होती है. बीमारी का कारण संक्रामक ब्लड, असुरक्षित यौन संबंध या सुरक्षित इंजेक्शन का नहीं होना है. मौके पर डॉ एसपी सिंह ने कहा हेपेटाइटिस बी व सी ज्यादा खतरनाक है. इससे बचाव के टीके ही एकमात्र विकल्प है. रानी दीदी ने कहा कि हम अपने जीवन शैली में बदलाव कर बीमारी से बचे रह सकते हैं. मौके पर डॉ विनोद कुमार, डॉ एचएन भारद्वाज, डॉ स्मिता, डॉ महानंद प्रसाद सिंह, डॉ विनोद ने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम का संचालन रोटरी आम्रपाली के एचएल गुप्ता ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ जेपी सिंह ने किया. इस मौके पर डॉ संजय पंकज, डॉ वंदना विजय लक्ष्मी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.