मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल का आइसीयू कभी भी मरीजों को घायल कर सकता है. इसका कारण ऑक्सीजन सिलिंडर का लीक होना है. विडंबना है कि अस्पताल प्रशासन की जानकारी के बावजूद इसे दुरुस्त करने की कभी कोशिश नहीं की गयी.
नतीजा गुरुवार को ऑक्सीजन सिलिंडर लीक होने के कारण उसके मुख्य स्विच का मरकरी ब्लास्ट कर गया, जिससे चतुर्थवर्गीयकर्मचारी अशोक कुमार घायल हो गया. उसके सिर से खून बहने लगा. हालांकि बेड नं. एक पर भरती मरीज मदीना खातून इससे बाल-बाल बची. मरकरी के ब्लास्ट से अफरा तफरी मच गयी.
इंचार्ज मेट्रॉन उषा कुमारी ने तत्काल ही मेन स्विच को ऑक्सीजन पाइप लाइन से अलग किया. गुरुवार की दोपहर 12 बजे बेड नं. 2 पर भरती सीमा कुमारी को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी. उसे ऑक्सीजन देने के लिए जब चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी ने स्विच को ऑन किया, तभी यह हादसा हुआ. घटना के तुरंत बाद मेट्रॉन ने हॉस्पिटल प्रबंधक के प्रभारी उपेंद्र दास को इसकी सूचना दी.
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
सदर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर लीक होने से पहले भी दो बार मरीज की जान जाते-जाते बची है. दोनों बार रात में जब मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी तो पाइप लाइन से जोड़ा हुआ सिलिंडर खाली मिला. ड्य़ूटी पर तैनात एएनएम ने फौरन इमरजेंसी व महिला वार्ड से ऑक्सीजन की व्यवस्था कर मरीजों की जान बचायी. एएनएम का कहना है कि यहां भरा हुआ सिलिंडर लगाया जाता है. लेकिन बिना इस्तेमाल किये ही वह एक दिन बाद खाली मिलता है. इसके लिए अब तक 15 बार शिकायत की जा चुकी है. कई बार मैकेनिक भी आया, लेकिन ऑक्सीजन लीक दुरुस्त नहीं कर सका.