बारिश से उत्तर बिहार की नदियों का िफर बढ़ने लगा जलस्तर
मुजफ्फरपुर : भारी बारिश से उत्तर बिहार की नदियां फिर उफनाने लगीं हैं. इससे मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, पश्चिम चंपारण में बाढ़ के और विकराल होने का खतरा मंडराने लगा है. मुजफ्फरपुर के कटरा में बागमती का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है. औराई प्रखंड के दर्जनों गांव बाढ़ से िघर गये हैं. मीनापुर के घुसौत में 20 घर पानी में डूब गये हैं. वहीं समस्तीपुर के िशवाजीनगर में करेह नदी के जलस्तर में वृद्धि से तटबंध पर दबाव बढ़ गया है.
पश्चिम चंपारण में पहाड़ी नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी के चलते जिले के नरकटियागंज, गौनाहा व लौरिया प्रखंड में हालात खराब होते जा रहे हैं. गुरुवार को बेतिया-नरकटियागंज मार्ग के साठी मुसहरवा के पास सड़क पर पानी के तेज बहाव के चलते प्रशासन ने ट्रैफिक रोकने का आदेश जारी कर दिया. वहीं डायर्वसन बह जाने से लगातारदूसरे दिन लौरिया-रामनगगर मार्ग से आवागमन ठप रहा. नरकटियागंज के कुकरा, गौरीपुर अन्य गांवों में बाढ़ के पानी की वजह से कई मकान ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच गये है. वहीं पश्चिम चंपारण में बूढ़ी गंडक, बागमती व लालबकेया सहित सभी नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.
इससे गांवों में बाढ़ का पानी दूसरी बार फैल गया है. बंजरिया के बूढ़ी गंडक में पानी फैलने से जिला मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है. चैलाहां-फुलवार मार्ग व भेलाछपरा-मुखलीसपुर मार्ग भी इससे पूरी तरह बाधित हो गया है. ढाका-शिवहर के बलवाघाट पर पानी फैलने से ढाका का शिवहर से संपर्क बुधवार से भंग है. इधर, रक्सौल अनुमंडल के कई प्रखंडों में पानी घुस गया है. शहर के भी कई इलाकों में भी पानी फैल गया है.
मधुबनी के झंझारपुर, मधेपुर, लौकही, लदनियां में कमला, कोसी व भूतही बलान सहित अन्य नदियां उफना गयी हैं. झंझारपुर में कमला का जलस्तर खतरे के निशान से करीब डेढ मीटर उपर है. लौकही में लौकही – नरहिया मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी एनएच 104 पर पहुंच गया है. जबकि नरेद्रपुर में घोरदह नदी का पानी डायवर्सन से होकर बह रहा है. लदनियां मे धौरी नदी का पानी जयनगर – लदनियां मुख्य मार्ग में बने डायवर्सन पर चढ़ गया है जिससे यातायात बंद हो गया है.