गायघाट: सामान्य से कम बारिश होने से किसान व उसके परिजन परेशान हैं. खेती पर आश्रित किसान कलेजे पर पत्थर रख कर खेती करने को विवश हैं. बारिश नहीं होने से मध्यमवर्गीय किसान व उसके परिजन की उम्मीद पर निराशा के बादल छा रहे है.
किसान परेशान हैं कि इस साल परिवार का भरण पोषण कैसे होगा व उसके बच्चों की पढ़ाई लिखाई कैसे होगी. जमालपुर कोदई के मध्यमवर्गीय किसान अनिल सिंह यादव ने बताया कि उनका पूरा परिवार पूर्ण रूप से खेती पर आश्रित हैं. सामान्य से कम बारिश होने के कारण इस बार पंपिंग सेट का सहारा लेना पड़ा. आगे वर्षा के आसार में रोपनी शुरू कर दिये है. अभी रोपनी में एक कट्ठा जमीन पर पटवन, मजदूर वगैरह में छह सौ रुपये खर्च आ रहे है.
अगर समय पर बारिश नहीं हुई तो फिर पटवन के लिए पंपिंग सेट का ही सहारा लेना पड़ेगा़ इससे आर्थिक बोझ बढ़ेगा. ऐसे में महाजन का कर्ज ही चढ़ेगा साथ ही परिवार के समक्ष खाने की भी समस्या हो जायेगी. अनिल ने बताया कि दूसरे राज्यों में सरकारी सुविधा भी खेती के लिए मिलती है, लकिन अपने यहां यह सिर्फ जनप्रतिनिधियों के आश्वासन में ही सिमटा हुआ है. अनिल के परिवार ने इस बार उम्मीद पाली थी कि बारिश अच्छी होगी तो फसल अच्छी होगी. बच्चे को पढ़ने के लिए अच्छे स्कूल में दाखिला करवायेंगे, लेकिन मौसम का जो कहर है उससे उनके उड़ान को नाउम्मीदी ही नजर आ रही है.