मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के स्नातक पार्ट वन व टू के ट्रांजिट रेगुलेशन के प्रस्ताव पर राजभवन का जवाब आ गया है. जवाब सिलबंद लिफाफे में है. इसे 18 जुलाई को प्रस्तावित परीक्षा बोर्ड की बैठक में रखा जायेगा.
यदि राजभवन ने प्रस्ताव को मंजूरी दी होगी तो जल्द ही स्नातक पार्ट वन व टू की स्पेशल परीक्षा आयोजित होगी. यह परीक्षा सैकड़ों प्रमोटेड छात्र-छात्राओं को राहत देने के लिए होगी.
विवि एक्ट के तहत स्नातक पार्ट वन व टू की परीक्षा पास करने के बाद ही पार्ट थर्ड की परीक्षा में छात्रों को शामिल होने का प्रावधान है. पर पूर्व के कुलपतियों ने इस नियम की अनदेखी करते हुए पार्ट वन व टू के प्रमोटेड छात्रों को भी पार्ट थर्ड की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति देते रहे हैं. इसका असर यह हुआ की सैकड़ों छात्र पार्ट थर्ड की परीक्षा तो पास कर गये, पर पार्ट वन या पार्ट टू की परीक्षा में प्रमोटेड हो गये. वर्तमान कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने सत्र 2014-15 से विवि एक्ट को कड़ाई से लागू करने का फैसला लिया. इससे प्रमोटेड छात्रों के सामने स्नातक पार्ट वन से फिर पढ़ाई शुरू करने का संकट आ गया. उन्होंने राहत के लिए कुलपति के समक्ष गुहार लगायी. मामले को परीक्षा बोर्ड में रखा गया, जहां छात्रों को राहत देने के उद्देश्य से सदस्यों ने पार्ट वन व टू के ट्रांजिट रेगुलेशन को मंजूरी दी. इसके तहत प्रमोटेड छात्रों को एक मौका देने के लिए पार्ट वन व टू की स्पेशल परीक्षा लेने का फैसला लिया गया. इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए राजभवन को भेजा गया था.
स्नातक पार्ट व टू के ट्रांजिट रेगुलेशन के विवि के प्रस्ताव पर राजभवन का जबाव आ गया है. उसे 18 जुलाई को प्रस्तावित परीक्षा बोर्ड की बैठक में रखा जायेगा. राजभवन ने जो निर्देश दिया होगा, उसका पूरी तरह पालन किया जायेगा.
डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव, कुलानुशासक