लोन नहीं चुकता करने पर लिया फैसला
मुजफ्फरपुर : मेयर वर्षा सिंह जिस सरकारी कार का उपयोग करती थीं, उसे नगर निगम प्रशासन को वापस लौटा दिया है. इसके पीछे बैंक लोन की वजह बतायी है. महापौर ने शनिवार को कंपनीबाग स्थित एमआरडीए कार्यालय में गाड़ी को वापस भेज दिया. साथ ही उन्होंने इसकी सूचना नगर आयुक्त को दे दी है. माना जा रहा है कि कार लोन को चुकता करने में निगम प्रशासन की सुस्ती के कारण मेयर को इस तरह का फैसला लेना पड़ा है.
मेयर ने बताया कि तत्काल वे निजी गाड़ी का उपयोग करेंगी. हाल ही में बैंक ऑफ बड़ौदा ने लोन नहीं चुकता करने पर नगर आयुक्त को वकालतन नोटिस भेजा था. इसकी प्रतिलिपि मेयर व डिप्टी मेयर को भी भेजी गयी. नोटिस के तहत ऋण चुकता नहीं करने की स्थिति में गाड़ी को जब्त करने की बात कही गयी है. वैसी स्थिति आने से पहले मेयर ने खुद गाड़ी को लौटा दिया है. महापौर ने बताया कि बैंक के साथ ऋण के मामले को सुलझाने के लिए नगर आयुक्त अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे.
डिप्टी मेयर ने लिखा था पत्र
बैंक की ओर से लोन को लेकर नोटिस मिलने के बाद हाल ही में डिप्टी मेयर सैयद माजिद हुसैन ने नगर आयुक्त सीता चौधरी को पत्र लिखा था. जिसमें बताया था कि अविलंब ऋण का भुगतान बैंक को किया जाये. उन्होंने बताया की पूर्व में हुई सशक्त स्थायी समिति की बैठक में महापौर व उपमहापौर के वाहन के ऋण को चुकाने के लिए निर्णय लिया गया था. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
2008 में खरीदी गयी थी कार
बता दें कि वर्ष 2008 में पूर्व मेयर विमला देवी तुलस्यान व पूर्व डिप्टी मेयर मोहम्मद निसारउद्दीन के समय बैंक ऑफ बड़ौदा से लोन लेकर गाड़ी संख्या-बीआरजीरो,6 बी – 1125 व बीआरजीरो,6 बी-1126 खरीदी गयी थी. निगम की लेखा शाखा के अनुसार शुरू में बैंक को चार से पांच किस्त का भुगतान किया गया. उसके बाद भुगतान नहीं हो सका.
बताया जाता है कि पिछले छह सालों में ब्याज बढ़ आठ लाख के करीब पहुंच चुका है. इस बीच बैंक की ओर से कई बार निगम प्रशासन को नोटिस
भेजा गया.