मुजफ्फरपुर : एएनएम रिंकी कुमारी को अपराधियों द्वारागोली मारे जाने के विरोध में मंगलवार को सदर अस्पताल में एएनएम ने जमकर हंगामा किया. एएनएम के इस आंदोलन में अस्पताल के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी भी साथ दिखे. आंदोलित एएनएम ने अस्पताल में प्रसव के लिए आयी महिलाओं को वापस भेज दिया. इसके बाद ओपीडी पहुंच डॉक्टरों को कक्ष से बाहर निकाल उसमें ताला लगा दिया.
दवा काउंटर से लेकर पुर्जा काटने वाले काउंटर तक बंद करा दिया. इसके बाद एएनएम सीएस कार्यालय पहुंचीं और कर्मचारियों को बाहर निकाल ताला जड़ दिया. अस्पताल के सभी काम ठप कराने के बाद वे धरने पर बैठ गयीं और सीएस व एसएसपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बिना इलाज कराये लौट गये 400 मरीज : सदर अस्पताल की ओपीडी बंद होने से पुर्जा कटवा चुके मरीजों को बिना इलाज कराये बैरंग लौटना पड़ा. अस्पताल प्रशासन की मानें तो करीब चार सौ मरीज का इलाज नहीं हो सका है. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में मिजिल्स रूबेला टीकाकरण भी कई स्कूलों में प्रभावित हो गया.
आंदोलन का नेतृत्व कर रहीं बिहार चिकित्सा जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ (सेवांजलि) की जिला महामंत्री कुमारी शोभा ने बताया कि पहले से वेतन को लेकर एएनएम परेशानी हो रही हैं. अब एएनएम की हत्या करने की कोशिश हो रही है. सभी स्वास्थ्य योजनाओं को संचालन कराया जा रहा है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है. बोचहां की एएनएम को गोली मारने वालों की गिरफ्तारी जबतक नहीं होगी, अनिश्चतकालीन हड़ताल जारी रहेगी.
बता दें कि अहियापुर थाना के झपहां गंघटी गांव में सोमवार को ड्यूटी पर जा रही एएनएम को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी. एएनएम को दो गोली लगी है. हालांकि उसकी हालत में सुधार है. आंदोलन में विपिन बिहारी सिंह, राजू प्रसाद, विजय कुमार, पम्मी कुमारी, अर्चना कुमारी आदि शामिल थीं.
जख्मी एएनएम बोली, पति के इशारे पर हुआ मुझ पर किया हमला
बैरिया स्थित निजी अस्पताल में भर्ती एएनएम रिंकू देवी ने पति पर साजिश कर गोलीबारी कराने का आरोप लगाया है. पुलिस को दिये बयान में उसने बताया है कि पति से उसकी अनबन रहती है. ड्यूटी पर जाने से पहले भी हत्या करने की धमकी दी थी. पुलिस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. अहियापुर थानाक्षेत्र में सोमवार की सुबह सहवाजपुर गांव निवासी एएनएम रिंकू देवी स्कूटी से गंगटी गांव बच्चों को मिजिल्स रूबेला की टीका लगाने गयी थी. गांव के स्कूल के पास बाइक सवार दो युवकों ने नाम पूछने के बाद उस पर गोलीबारी कर दी. एएनएम को दो गोली लगी है.
डॉक्टर साहब हमारा क्या गुनाह है, जो इलाज नहीं कर रहे
डॉक्टर साहब हम लोगों ने क्या गुनाह किया है, जो हमारा इलाज नहीं कर रहे. बहुत तकलीफ है, कुछ तो कीजिए. दो दिनों से दर्द से कराह रहे हैं. खबड़ा की रहनेवाली मालती देवी ने एएनएम द्वारा ओपीडी बंद कराने के बाद अस्पताल उपाधीक्षक कक्ष में बैठे डॉक्टरों को यह बात को कह रही थी.
मधुबन से अपनी बेटी शाहिदा परवीन का इलाज कराने आयी नसीमा खातून एक घंटे से डॉक्टर को गुहार लगा रही थी कि उसकी बेटी की पेट में दर्द है, उसका इलाज कर दीजिए, नहीं तो वह मर जायेगी. मालती देवी व नसीमा ही नहीं, दर्जनों मरीज एेसे थे तो इलाज के लिए उपाधीक्षक कक्ष में बैठे डॉक्टरों से गुहार लगा रहे थे. मरीजों का कहना था कि वे सुबह आठ बजे ही अस्पताल पहुंच गये, लेकिन उनका इलाज नहीं हो पा रहा है.
डॉक्टरों ने जब मरीज को देखना चाहा, तो एएनएम धमकाने लगीं : मरीजों की गुहार के बाद जब उपाधीक्षक कक्ष में बैठे डॉक्टरों ने मरीजों को देखना चाहा, तो एएनएम ने वहां पहुंच डॉक्टरों को मरीज देखने से मना कर दिया. एएनएम ने कहा कि वे उनके आंदोलन में साथ दें, नहीं तो उनके खिलाफ भी आंदोलन किया जायेगा. एएनएम की इस धमकी के बाद डॉक्टरों ने मरीजों को देखना बंद कर दिया. इधर, एएनएम ने इमरजेंसी में भी मरीजों को बाहर निकाल दिया.
हालांकि उपाधीक्षक के समझाने के बाद दोपहर करीब एक बजे इमरजेंसी को चालू किया गया.