मोतीपुर (मुजफ्फरपुर): मुजफ्फरपुर में नये एसएसपी जीतेंद्र राणा को पहला दिन ही भारी पड़ा. लाठी के बल पर ग्रामीणों को खदड़ने का एसएसपी का दांव उल्टा पड़ गया. उग्र हुये ग्रामीणों ने पुलिस बल पर पथराव करना शुरू कर दिया. इसकी वजह से एसएसपी जीतेंद्र राणा समेत अन्य पुलिस अधिकारियों लगभग एक किलोमीटर तक भागना पड़ा. इस दौरान पुलिस की ओर से लगभग पचास राउंड फायरिंग की गयी.
फायरिंग के दौरान एक दारोगा व एक सिपाही ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया था, जिनकी ग्रामीणों ने जम कर पिटाई कर दी और बंधक बना लिया. घटना की वजह से इलाके में तनाव है. जानकारी के मुताबिक, बरुराज थाना क्षेत्र के लक्ष्मनिया गांव के लोग सुबह दस बजे से ही राशन कार्ड को लेकर मोतीपुर-साहेबगंज रोड जाम कर रहे थे. सूचना मिलने पर बरुराज थानाध्यक्ष आरएन शर्मा दिन में बारह बजे के आसपास मौके पर पहुंचे थे, लेकिन ग्रामीण उनकी बात मानने के लिए तैयार नहीं हुये. इनका कहना था, जब तक वरीय पदाधिकारी मौके पर नहीं आते हैं और राशन कार्ड को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं देते हैं, तब तक हम लोग जाम नहीं खोलेंगे.
इसके बाद दिन में लगभग दो बजे मोतीपुर बीडीओ शैलेंद्र कुमार सिंह व प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह मौके पर पहुंचे. इनके साथ थानाध्यक्ष आरएन शर्मा भी थे. ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया, पंचायत सचिव की ओर से राशन कार्ड नहीं बांटा जा रहा है. इस पर अधिकारियों ने कहा, बुधवार को सूची के आधार पर राशन बांट दिया जायेगा. इस बात से ग्रामीण मान गये और सड़क जाम खत्म करने की घोषणा कर दी. इसके बाद ग्रामीणों की ओर वो बांस व बल्ला हटाया जा रहा था, जिसे लगा कर उन लोगों ने सड़क जाम की थी.
इसी दौरान एसएसपी जीतेंद्र राणा का काफिला मौके पर पहुंच गया. एसएसपी साहेबगंज में बाढ़ राहत घोटाले को लेकर अनशन कर रहे लोगों के मामले की जांच के लिए गये थे. अनशन कर रहे लोगों के साथ सोमवार को मारपीट की गयी थी. एसएसपी जब वापस लौट रहे थे, तो रास्ते में पासवान चौक के पास भी जाम लगा था. वहां एसएसपी के सुरक्षा गार्डो ने लाठी चार्ज करके जाम को हटा दिया था. यही तरीका एसएसपी के गार्डो ने लक्ष्मनिया गांव के पास भी अपनाया. जाम हटा रहे लोगों पर जब पुलिसवालों की ओर से लाठीचार्ज किया जाने लगा, तो ग्रामीण आक्रोशित हो गये.
वहीं, एसएसपी के गाडरे को लाठीचार्ज करता देख बरुराज थाना के जवानों ने भी लोगों को पीटना शुरू कर दिया. लाठीचार्ज में कई ग्रामीण घायल हो गये. इनमें वासुदेव महतो, मदन पंडित, पूर्व सरपंच भुनेश्वर महतो, अशोक साह, श्याम बेनी महतो व रमेश कुमार प्रमुख हैं. साथी ग्रामीणों को घायल देख कर लोगों का गुस्सा भड़क गया. इन लोगों ने पुलिस वालों पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान दारोगा आरडी सिंह व सैप जवान रामबाबू घायल हो गये. इनके माथे व पैर पर पत्थर लगे. दोनों पुलिसवाले जान बचाने के लिए पास की दवा दुकान में घुस गये, जबकि ग्रामीणों की ओर से पथराव के चलते एसएसपी समेत अन्य पुलिसवाले सड़क से ही बरुराज थाने की ओर भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे.
ग्रामीणों की ओर से पथराव हो रहा था, तो पुलिस वाले हवाई फायरिंग कर रहे थे. मौके पर मौजूद लोगों का कहना है, पुलिस की ओर से लगभग पचास राउंड फायरिंग की गयी. इस दौरान एसएसपी जीतेंद्र राणा समेत अन्य अधिकारी लगभग एक किलोमीटर तक पीछे चले गये. इसी दौरान ग्रामीणों के पथराव में बताते हैं, एसएसपी की गाड़ी का शीशा भी फूट गया. इसके अलावा पुलिस की तीन अन्य गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है. मौके से लगभग ढाई किलोमीटर दूर बरुराज थाने पहुंच कर एसएसपी व अन्य पुलिसवालों ने शरण ली.
वहीं, घायल दारोगा आरडी सिंह व सिपाही रामबाबू को ग्रामीण पीट-पीट कर मार देना चाहते थे, लेकिन पास के कुछ लोगों ने दोनों को बचाया. दोनों पुलिसवाले लगभग डेढ़ घंटे तक बंधक बने रहे, लेकिन कोई पुलिसवाला इन्हें छुड़ाने के लिए नहीं आया. वहीं, सूचना मिलने पर एएसपी राणा ब्रजेश समेत अन्य पुलिस अधिकारी बरुराज थाने पर पहुंचे, जहां से एसएसपी जीतेंद्र राणा बाद में मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हो गये. वहीं, पुलिस की ओर से की गयी कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. इसकी वजह से इलाके में तनाव बना हुआ है.
पथराव से पुलिस की चार गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है, जिसमें मेरी भी गाड़ी शामिल है. जाम करने वाले व पुलिस पर पथराव करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. – जीतेंद्र राणा, एसएसपी, मुजफ्फरपुर