मुजफ्फरपुर: एइएस पीड़ित बच्चों के इलाज व बचाव कार्य में लापरवाही बरतने वाले एक डॉक्टर समेत कई स्वास्थ्य कर्मियों पर गाज गिरी है. जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि एइएस कार्य में कोताही बरतने वाले को बख्शा नहीं जायेगा. ऐसे कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी . इधर, एइएस की समीक्षा के क्रम में समय पर प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराने पर डीएम ने डीपीएम को जमकर फटकार लगायी है.
उधर, डीडीसी कंवल तनुज ने एइएस से बचाव के लिए चल रही कार्रवाई की निगरानी हेतु प्रतिनियुक्त किये गये वरीय उपसमाहर्ता की रिपोर्ट की मंगलवार को समीक्षा किया. अधिकांश वरीय समाहर्ता ने बताया कि एइएस निरोधात्मक सही तरीके से चल रहा है. बच्चे को समय पर अस्पताल में भरती किया जा रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी बच्चे का इलाज किया जा रहा है.
इन पर गिरी गाज
सिवाइपट्टी स्थित सहायक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान बंद रहने पर केंद्र पर प्रतिनियुक्त डॉक्टर प्रदीप कुमार पांडेय के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विभाग को पत्रचार किया गया है. वहीं सीहो एपीएचसी में नियुक्त आयुष डॉ किसलय कुमारी से जबाव-तलब किया गया है. इसके अलावा एइएस के निरोधात्मक कार्य में लापरवाही बरतने के कारण सरैया प्रखंड के गोरिगामा डीह की पूनम देवी, बसंतपुर दक्षिणी की सुषमा देवी, बबुनी देवी, बहिलवारा रुपनाथ दक्षिणी की रिंकी कुमारी, नारंगी जीवनाथ की ललिता देवी, अमैठा की विजेता देवी रेपुरा रामपुर विश्वनाथ की मंजु देवी, गिजास की ललीता देवी, मड़वापाकर की संगीता देवी एवं नारंगी जीवनाथ की पूनम कुमारी आशा कार्यकर्ता के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा हुई है. दो एनएम को हटानेू की कार्रवाई भी हो रही है. इधर जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि एइएस कार्य में कोताही बरतने वाले को बख्शा नहीं जायेगा.