मुजफ्फरपुर: जिला अंतर्गत तिरहुत तटबंध के बारिश व बाढ़ के दौरान कई स्थान पर कटाव व टूटने का आशंका है. इसका खुलासा अवर प्रमंडल पदाधिकारी जल पथ व अवर प्रमंडल रेवा की संयुक्त रिपोर्ट से हुआ है.
तिरहुत तटबंध के किये गये 0 – 46 किलोमीटर निरीक्षण में कई संवेदनशील स्थान को चिह्न्ति किया गया है, जहां पानी का दबाव बढ़ने पर टूटने का खतरा है. जिलाधिकारी अनुपम कुमार को दिये रिपोर्ट में बताया गया है कि इन स्थलों पर कटाव निरोधात्मक कार्य चलाना काफी आवश्यक है. इन स्थलों पर तटबंध को कमजोर बताया गया है.
1. तटबंध के 29 किलोमीटर के पास ग्राम मदन छपरा में नदी बांध के कुछ ही दूरी पर बह रही है. यहां बाढ़ के दौरान कटाव होने की संभावना है. बाढ़ के दौरान यहां चौकसी जरूरी होगा
2. बांध के 30 से 31 किलोमीटर के बीच ग्राम फतेहाबाद में बांध में अप स्ट्रीम में बने पूर्व के बांध के टर्निग प्वाइंट पर पूर्व में बनाये गये ब्रीक बेड वार का अधिकांश भाग क्षतिग्रस्त है. इन बेड बारों के बीच कटाव के लक्षण हैं. चूंकी नदी की मुख्य धारा बांध के नजदीक है, इसलिए बाढ़ के दौरान इस स्थल पर अधिक सर्तक रहने की जररूत है.
3. तटबंध के 45 से 46 किलोमीटर के बीच ग्राम कुकुरिया के पास (रदौली मौजा ) बांध के टर्निग प्वाइंट के अप स्ट्रीम में कटाव के लक्षण है.
4. तटबंध के 6 से 9 किलोमीटर के बीच ग्राम बुंगरा निजामत व पहाड़पुर के पास मरम्मत किया गया है . लेकिन बाढ़ में इस स्थान पर भी ध्यान देनेकी जररुत है. 24 से 27 किलोमीटर के बीच ग्राम सिंगाही व उस्ती नदी गांव व बांध की तरफ अग्रेसित होकर बह रही है. पिछले साल की स्थिति को देखते हुए इस बार भी अधिक कटाव होने की आशंका है