मुजफ्फरपुर: सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में उम्रकैद की सजा काट रहे 14 कैदियों को रिहा किया जा सकता है. इनकी रिहाई के लिये जेल प्रशासन ने कवायद शुरू कर दिया है.
हालांकि उम्रकैद की सजा में जेल में ही पूरी जिंदगी बितानी पड़ती है. लेकिन जेल प्रशासन ने ऐसे कैदियों के लिये नरमी बरता है, जो अपनी सजा 14 साल काट चुके हैं. उन्हें रिहा किया जा सकता है. इसके लिये कैदी का चाल-चलन जेल में ठीक होना चाहिए. इसके अलावा उसके बाहर आने से समाज पर किसी तरह का कोई खतरा नहीं हो. इन सभी बिंदुओं पर जांच के बाद कैदियों को रिहाई मिल सकती है.
सभी कैदी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. जेल प्रशासन इन कैदियों की रिहाई के संबंध में जेल मुख्यालय को प्रस्ताव भेज चुका है. मुख्यालय का निर्णय आने पर ही कैदियों को रिहा कर दिया जायेगा.