मुजफ्फरपुर. शहर में आम लोग ही नहीं खास लोग ट्रैफिक नियमों को ज्यादा तोड़ते हैं. अपने पद व ताकत की रौब में लोग उन नियम-कानून कायदों को भूल जाते हैं, जिनकी वह हिमायत करते हैं. जिले से इकलौते मंत्री रमई राम जब शहर में होते हैं, तो उनकी गाड़ी वन-वे तोड़ कर घूमती दिखती है.
चुनाव के दौरान कई मौकों पर मंत्री जी की गाड़ी वन-वे के नियम को तोड़ती दिखी. मंत्री की कार आती देख, ट्रैफिक में लगे जवान भी रास्ता बनवाने में लग जाते हैं. ऐसे ही विभिन्न नेताओं की गाड़ियां भी ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाती दिखती हैं.
एसएसपी, जिन पर शहर की कानून-व्यवस्था से लेकर ट्रैफिक आदि सभी की जिम्मेवारी है. उनकी गाड़ी को भी अक्सर करबाला की ओर से वन-वे का नियम तोड़ते देखा जा सकता है. साहब की गाड़ी आती देख कर ट्रैफिक व्यवस्था में लगे जवान अन्य गाड़ियों को रोक कर जगह बनाने लगते हैं. ऐसे में जो लोग देखते हैं, उनका यही कहना होता है, जब मंत्री से लेकर अधिकारी तक ट्रैफिक नियम को नहीं मानते हैं, तो हम लोग ही क्यों मानें.