मुजफ्फरपुर : ऑटो चालकों की मनमानी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. चालक की सीट पर तीन से चार यात्रियों को बैठाने का सिलसिला जारी है. इस कारण आये दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन इसे रोकने में परिवहन व पुलिस विभाग नाकाम साबित हो रहा है. ऑटो की अगली सीट पर बैठे यात्री विपुल, सुमित, […]
मुजफ्फरपुर : ऑटो चालकों की मनमानी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. चालक की सीट पर तीन से चार यात्रियों को बैठाने का सिलसिला जारी है. इस कारण आये दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन इसे रोकने में परिवहन व पुलिस विभाग नाकाम साबित हो रहा है. ऑटो की अगली सीट पर बैठे यात्री विपुल, सुमित, अनिमेष ने बताया कि जब एनएच पर चलते हैं, तो जान हथेली पर रहती है. जिस तरह ऑटो चालक एनएच पर साइड लेते हैं, लगता है कि अब तो गये.
शहर में जिस तरह भीड़-भाड़ में ये साइड लेते हैं, उससे हमेशा डर लगता है. चालक जब तक ड्राइविंग सीट पर यात्रियों को पूरी तरह बैठा नहीं लेते, तबतक ऑटो नहीं चलाते हैं. अगर आप पीछे की सीट पर बैठे हों और कोई महिला आ जाये, तो आपको आगे की सीट पर बैठ जाने को कहेंगे. अगर कुछ बोला, तो स्टैंड में कई चालक जुट जाते हैं. आगे बैठाने पर भी किराया पूरा लेते हैं. आये दिन ऑटो में यात्रियों का पॉकेट कट जाता है. ऑटो चालकों का कहना है कि कुछ लोग जबरन अगली सीट पर बैठते हैं. लेकिन हादसे में जान यात्रियों की ही जाती है.
जाम के कारण सिटी बस सेवा बंद: शहर में करीब चार साल पहले सिटी बस सेवा शुरू हुई, लेकिन छोटे से शहर में जाम फंसने से इस सेवा को बंद कर दिया गया. कुछ निजी बस संचालकों से किराये पर बस लेकर इसकी शुरुआत हुई थी. इसके बाद शहर में परिवहन के लिए ऑटो ही एक सहारा है. शहर में इनके परिचालन की संख्या का निर्धारण किया जा सकता है. इसको लेकर प्रशासन की ओर से रणनीति बनी, लेकिन ऑटो यूनियन की मनमानी से इसे लागू नहीं किया जा सका. आरटीए में निर्णय हुआ कि ग्रामीण क्षेत्र के ऑटो शहर में प्रवेश नहीं करेंगे.
यात्री बोले, जबरन अगली सीट पर बैठाते हैं ऑटो चालक
नियमों के उल्लंघन को लेकर लगातार ऑटो पर जुर्माना किया जा रहा है. चालक अगली सीट पर यात्री बैठाना बंद नहीं करते हैं, तो उनके विरुद्ध जुर्माना के साथ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. आमलोगों को भी खुद की सुरक्षा के लिए आगे की सीट पर बैठने की आदत छोड़नी होगी.
मो नजीर अहमद, डीटीओ
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