22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

52 लाख की आबादी पर 10 दमकल, आग पर काबू पाना चुनौती

प्रभात कुमार मुजफ्फरपुर : अगलगी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने मंथन शुरू कर दिया है. अमूमन मार्च-अप्रैल में अगलगी की घटनाएं अधिक होती हैं, लिहाजा इसे रोकने के लिए अभी से कवायद शुरू कर दी गयी है. लेकिन, संसाधन के अभाव में अगलगी की घटना पर काबू पाना चुनौती होगी. पिछले सालों […]

प्रभात कुमार
मुजफ्फरपुर : अगलगी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने मंथन शुरू कर दिया है. अमूमन मार्च-अप्रैल में अगलगी की घटनाएं अधिक होती हैं, लिहाजा इसे रोकने के लिए अभी से कवायद शुरू कर दी गयी है. लेकिन, संसाधन के अभाव में अगलगी की घटना पर काबू पाना चुनौती होगी.
पिछले सालों में हुई घटनाओं पर गौर करें, तो एक साथ तीन चार स्थानों पर आग लगने पर अफरा-तफरी की स्थिति हो जाती है. फायर स्टेशन के कर्मियों के हाथ-पांव फूलने लगते हैं. विशेष रूप से अग्नि शमन वाहन में पानी भरने में अधिक समय लग जाता है. इसकी वजह से आग लगने पर फायर बिग्रेड का दस्ता तब तक मौके पर पहुंचता है, जबतक सब कुुछ राख हो जाता है. पारू व सरैया में पिछले दो साल में सबसे अधिक अगलगी हुई है.
50 हजार की आबादी पर होना चाहिए एक अग्निशमन वाहन. फायर सेफ्टी एक्ट के अनुसार पांच लाख आबादी पर एक फायर स्टेशन व 50 हजार की आबादी पर एक अग्निशमन वाहन होना चाहिए. इस अनुपात में जिले में दस फायर स्टेशन और 100 अग्निशमन वाहन होना चाहिए. बहुमंजिली इमारत में आग लगने पर बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग के पास हाइड्रोलिक सीढ़ी नहीं है. ट्रेंड फायर मैन की जगह होमगार्ड के जवान से काम चलाया जा रहा है.
दो फायर स्टेशन का निर्माण अधर में. दो फायर सब स्टेशनों के निर्माण के लिए जमीन नहीं मिलने से मामला अधर में है. मुजफ्फरपुर के बेला औद्योगिक क्षेत्र और सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर में सब स्टेशन की स्थापना होनी थी. स्थापना को लेकर 1.90 करोड़ रुपये का खर्च होने का प्रस्ताव भी सरकार को भेजा गया था. दो सब स्टेशन के लिए विभाग की ओर से पद भी सृजित हैं. अबतक इसके लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो सकी है.
अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन ने मांगी रिपोर्ट. अग्निशमन पदाधिकारी से अग्निशमन वाहनों की उपलब्धता व पानी के स्रोत के बारे में रिपोर्ट मांगी है.
अगलगी की घटनाओं से बचाव के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये गये हैं. इसमें बताया गया है कि ग्रामीण क्षेत्र के खेत-खलिहानों, झोपड़ियों एवं गांव में होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए अग्निशमन वाहनों की उपलब्धता, वाहन चालकों के नाम एवं मोबाइल नंबर के साथ शहर से लेकर ग्रामीण इलाके में पानी के स्त्रोत को चिह्नित करने को कहा गया है.
मुजफ्फरपुर : अगलगी की घटना की राेक थाम व बचाव कार्य के लिए आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने गाइड लाइन जारी किया है. उन्होंने जिले में इमरजेंसी ऑपरेशन केंद्र स्थापित करने को कहा है. पीड़ितों को 24 घंटे के अंदर सहायता उपलब्ध कराने एवं क्षतिग्रस्त मकानों की सूची तैयार कर जल्द गृह क्षति अनुदान का भुगतान करने का निर्देश दिया है.
भीषण अग्निकांड से प्रभावित क्षेत्र में विशेष राहत केंद्र संचालित करने के लिए तैयारी रखने के लिए कहा गया है. फायर बिग्रेड के वाहन को दुुरस्त करने व थाना में भी वाहन रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है. अग्निकांड के सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी तेज गति वाले वाहन से मौके पर पहुंच बचाव व राहत कार्य करायें. इधर विभाग के निर्देश के आलोक में जिले में तैयारी शुरु हो गयर है.
आपदा का नियंत्रण कक्ष एक दो दिन में काम करने लगेगा. अग्निशमन पदाधिकारी खराब फायर बिग्रेड के वाहन को मरम्मत कराने एवं चालक के कमी होने पर रिपोर्ट देने को कहा गया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें