12.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

निदान व निगम नहीं जुटा पा रहे मजदूर, सफाई बाधित

मुजफ्फरपुर: शहर की सफाई व्यवस्था सुधरने के बजाय और बिगड़ती जा रही है. निदान के पास संसाधनों की कमी के कारण रोटेशन पर सफाई कार्य चल रहा है. मुख्य सड़कों से भी कूड़ा का उठाव सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. वहीं वार्डो में दो दिनों पर कूड़े का उठाव मुश्किल से किया […]

मुजफ्फरपुर: शहर की सफाई व्यवस्था सुधरने के बजाय और बिगड़ती जा रही है. निदान के पास संसाधनों की कमी के कारण रोटेशन पर सफाई कार्य चल रहा है. मुख्य सड़कों से भी कूड़ा का उठाव सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. वहीं वार्डो में दो दिनों पर कूड़े का उठाव मुश्किल से किया जा रहा है. यही नहीं तेज लगन व लीची टूटना दोनों ने भी सफाई व्यवस्था को प्रभावित कर दिया है. इससे निगम व निदान दैनिक मजदूर नहीं जुटा पा रहे हैं.

जानकारी के अनुसार इन दिनों तेज लगन व लीची तोड़ने के कार्य में ज्यादातर मजदूर लगे हैं. इससे हाल के दिनों में पूरी सफाई व्यवस्था की पोल खुल गयी है. आंकड़ों के अनुसार जब शहर में वार्डो की संख्या-32 थी, उस वक्त 9 सौ से अधिक कर्मचारी थे. वार्ड बढ़े तो सफाई कर्मियों की संख्या घट कर ढ़ाई सौ से भी कम हो गयी. खुद के सफाई कर्मियों के बदौलत निगम या निदान द्वारा शहर की सफाई संभव नहीं है.

नगर निगम क्षेत्र में धीरे-धीरे वार्डो की संख्या बढ़ कर 49 हो गयी है. लेकिन उस अनुपात में सफाई कर्मी व संसाधन बढ़ने के बजाय घटते गये. बुधवार को कंपनी बाग रोड, छोटी सरैयागंज, अंडीगोला, पड़ाव पोखर, स्टेशन रोड, छाता बाजार, मोतीझील, बैंक रोड, कटहीपुल, अघोरिया बाजार से कलम बाग रोड में मिठनुपरा सहित कई जगहों पर कूड़ा का अंबार लगा हुआ था. एक वार्ड की सफाई के लिए कम से कम 10 सफाई कर्मियों की जरूरत है, जबकि वार्डो में 3 से 4 सफाई कर्मी उपलब्ध कराया जा रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें