मुजफ्फरपुरः बीआरए बिहार विवि ने तीसरी बार शिक्षकों की रिक्तियां राज्य सरकार के पास भेज दी है. यह रेशनलाइजेशन के तहत स्वीकृत पदों के आधार पर तैयार की गयी है. इसके अनुसार विवि में शिक्षकों के 696 पद रिक्त हैं. सरकार ने कुल रिक्तियों में से 25 प्रतिशत पद बैकलॉग में रखने का निर्णय लिया है. ऐसे में यदि सरकार ने इस सूची को स्वीकार कर लिया तो पहले चरण में विवि में 518 पदों पर शिक्षकों की बहाली हो सकती है. शेष 178 सीटों पर बहाली की प्रक्रिया पूर्व में हुई नियुक्तियों में आरक्षण कोटे की समीक्षा के बाद शुरू होगी.
सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों सूबे के सभी विश्वविद्यालयों से उनके यहां शिक्षकों के रिक्त पदों की सूची मांगी थी. इसके बाद बीआरए बिहार विवि की ओर से दो बार रिक्तियों की सूची विभाग के पास भेजी गयी, पर दोनों बार ही उसे लौटा दिया गया. इसके बाद विवि प्रशासन ने तीसरी बार रेशनलाइजेशन व 25 प्रतिशत बैकलॉग के नियम के आधार पर सूची तैयार कर भेजी गयी है.
265 सीट अनारक्षित, 253 आरक्षित : प्रथम चरण के लिए विवि की ओर से 518 रिक्तियों की जो सूची भेजी गयी है, उसमें 265 सीट अनारक्षित या सामान्य कोटे की है. शेष 253 में से अनुसूचित जाति के लिए 92, अनुसूचित जनजाति के लिए नौ, अति पिछड़ा के लिए 78, पिछड़ा के लिए 60 व पिछड़ा वर्ग के महिलाओं के लिए 14 सीटें आरक्षित है.
मनोविज्ञान में 70, गणित में शून्य पद खाली: विवि में सबसे अधिक 70 पद मनोविज्ञान विषय के शिक्षक की खाली है. सरकार की ओर से रेशनलाइजेशन के बाद विवि में इस विषय के लिए 160 पद निर्धारित हैं. पर फिलहाल इस विषय में 66 शिक्षक ही कार्यरत हैं.
इसी तरह इतिहास में 52, राजनीतिशास्त्र में 49, हिंदी में 44, भौतिकी व अर्थशास्त्र में 41-41, रसायन में 33, अंगरेजी में 28, जंतुविज्ञान में 25, गृह विज्ञान व उर्दू में 19-19, इतिहास में 17, वाणिज्य में 16, भूगोल में 15 व दर्शनशास्त्र में 13 शिक्षकों के पद रिक्त हैं. इसके अलावा संस्कृत में 8, संगीत में 5, लॉ व भोजपुरी में 4-4, मैथिली में 2 व एआइएचसी, बांग्ला, रसियन व समाजशास्त्र में एक-एक पद रिक्त हैं. वहीं गणित, नेपाली व परसियन में शिक्षकों के एक पद भी खाली नहीं है.