मुजफ्फरपुर : केंद्र सरकार के नेशनल हेल्थ केयर प्रोगाम के तहत एसकेएमसीएच में मनोरोग के सौ बेडों का अस्पताल खुलेगा. इसके लिए सरकार ने कॉलेज प्राचार्य डॉ विकास कुमार से प्रारूप मांगा है. प्राचार्य ने अस्पताल अधीक्षक व मनोराग विभाग को पत्र लिख कर मनोरोग अस्पताल के लिए संसाधन की जानकारी मांगी है.
अधीक्षक ने बताया कि दो सालों से इस पर काम चल रहा था. सरकार की योजना के तहत बिहार के सभी अस्पतालों में मनोरोग विभाग का अलग यूनिट खोला जाना है. इसमें 60 बेड मनोरोगियों व 40 बेड नशा मुक्ति के मरीजों के लिए होगा. विभाग की स्वीकृति के बाद सरकार भवन के लिए टेंडर करेगा.
सूबे में मानसिक रोगियों की संख्या 12 लाख से अधिक :सरकार के एक सर्वे के अनुसार प्रदेश में मानसिक रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है. प्रदेश में 12 लाख से अधिक मानसिक रोगी हैं. इनमें कई अति गंभीर मानसिक रोगी भी हैं, घर पर उनका इलाज संभव नहीं है. ऐसे मरीजों को अस्पताल में भरती कर इलाज जरूरी है. सूबे में मानसिक रोगियों के लिए अस्पताल नहीं होने से इनका इलाज नहीं हो पा रहा है. कोइलवर के मानसिक रोग अस्पताल में मात्र 265 बेड हैं, जबकि अति गंभीर मानसिक मरीजों की संख्या 50 हजार से अधिक हैं. ऐसे में मरीजों के परिजनों के लिए एक बड़ी समस्या है कि वे मरीजों को इलाज के लिए कहां ले जाएं
वर्जन
सूबे में मानसिक रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने मनोराग विभाग का अस्पताल खोलने की योजना बनायी है. बिहार सरकार के सात निश्चय योजना में यह शामिल है.
डॉ विकास कुमार, प्राचार्य,
श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज