मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में एक बार फिर कॉपियों का मूल्यांकन जांच के घेरे में है. मामला वर्ष 2013 के स्नातक पार्ट टू की परीक्षा का है. पिछले वर्ष हुई इस परीक्षा के सब्सिडयरी विषयों के कॉपियों का मूल्यांकन एलएस कॉलेज में हुआ था.
इसमें मनोविज्ञान की कॉपी जांचने वाले शिक्षकों में से एक नाम कुमार गौरव का है. ये पंडित उमाशंकर तिवारी कॉलेज बगहा में इंटर स्तरीय शिक्षक हैं. इंटर स्तरीय शिक्षक द्वारा स्नातक की कॉपी जांचने का खुलासा होने पर कुछ शिक्षकों ने इस मामले की शिकायत विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति डॉ नीलिमा सिंह से की. शिकायत के आलोक में प्रतिकुलपति ने जांच शुरू कर दी है. गुरुवार को उन्होंने इस मामले में मूल्यांकन निदेशक सह एलएस कॉलेज प्राचार्य डॉ अमरेंद्र नारायण यादव जानकारी ली.
डॉ यादव ने बताया, कॉपियों के मूल्यांकन के लिए परीक्षकों की सूची विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग की ओर से भेजी गयी थी. इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है. इस संबंध में उन्होंने परीक्षा विभाग की ओर से भेजी गयी शिक्षकों की सूची भी प्रतिकुलपति को दिखायी. बताया जाता है कि स्नातक पार्ट टू से पूर्व कुमार गौरव ने स्नातक पार्ट वन की सब्सिडयरी की कॉपियों की भी जांच की थी. इसको लेकर एक बार फिर परीक्षा विभाग सवालों के घेरे में है.