मुजफ्फरपुर: पटाखा मंडी में फायर सेफ्टी मानक को ताक पर रख व्यवसायी दुकान चला रहे हैं. सुरक्षा के नाम पर दुकानदार बस एक फायर एक्सटिंग्विशर रखे हुए हैं. शहर के बीचों- बीच छाता बाजार स्थित पटाखा मंडी में फायर सेफ्टी के नाम पर जो लापरवाही बरती गयी है, उससे किसी भी समय बड़ी घटना घट सकती है. लेकिन इस पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. दीपावली नजदीक आने से शहर के छाता बाजार में कई अवैध पटाखा दुकानें सज गयी हैं. इधर, अवैध व फायर सेफ्टी मानक का पालन नहीं करने पर अग्निशमन विभाग कठोर कदम उठाने की तैयारी में है. अगर कोई दुकानदार सेफ्टी के अनुरूप दुकान नहीं चलाता है तो उसकी पहचान कर एनओसी रद्द करने की कवायद शुरू की जायेगी.
शहर में आ रही पटाखा की खेप : सितंबर में नगर थाने की पुलिस ने अखाराघाट रोड एक पेट्रोल पंप से एक ट्रक अवैध पटाखा जब्त किया था. मामले में पुलिस कारोबारी राजू समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. दीपावली नजदीक आने के साथ ही पुलिस के साथ- साथ फायर ब्रिगेड की टीम कारोबारियों पर नजर रखे हुए है.
इन दुकानदारों के नाम पर जारी है लाइसेंस : छाता बाजार के रामनारायण साह, मो. अली असगर, सोहेल अहमद, मंजरूल हक, रामेश्वर प्रसाद, राजू, मो. शकील अहमद, मो. अमिरूल हक, मो. एकबाल, मो. परवेज, दीप नारायण प्रसाद, अनिल कुमार प्रसाद, इश्तेयाक अहमद, अब्दुल रहमान, इम्तेयाज अहमद, एकबाल परवेज, मो. मोजम्मिल, मो. शाह फैसल, मो. आदिल आजीम, दिलशाह अहमद, महमूद आलम, सदाब खान, रवि प्रकाश, खालिद प्रवेज, मो. आसिफ जमाल राजेश कुमार और अहियापुर सिपाहपुर के आनंद मोहन व कल्याणी के मो. अब्बास शामिल है.
दीपावली और लगन में सज जाती हैं अवैध दुकानें : पटाखा मंडी में लाइसेंस धारी मात्र 29 दुकानदार है, जो प्रति वर्ष फायर स्टेशन आकर अपना एनओसी करवाने के साथ- साथ अपना फायर सेफ्टी यंत्र की भी जांच करवाते है. इनको छोड़ दे तो दीपावली और लग्न के मौसम में दर्जनों अवैध पटाखा दुकाने सज जाती है, जो बिना एनओसी के रहते है. उन दुकोनों को चिह्नित किया जायेगा. जिला अग्निशमन पदाधिकारी नागेंद्र उपाध्याय ने बताया कि ऐसे दुकानों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
दुकानदारों ने कहा: दुकानदारों का कहना है कि एनओसी मिलने के बाद ही पटाखें की दुकान लगायी जाती है. सभी दुकानदारों के पास फायर सेफ्टी मानक के अनुरूप सभी दुकानें है. इसी के आधार पर ही प्रशासन दुकानदारों को एनओसी देता है.