मुजफ्फरपुर : औराई पीएचसी में आशा के भुगतान मद में 9.75 लाख घोटाले की संभावना जतायी जा रही है. यहां आशा के भुगतान मद में यह राशि दिखायी गयी है, लेकिन रोकड़ बही पर पीएचसी प्रभारी का हस्ताक्षर व मुहर नहीं है. रोकड़ बही को अद्यतन भी नहीं किया गया है. इसकी जांच के बाद जिला पतिरक्षण पदाधिकारी ने मामले को संदेहास्पद बताया है. उन्होंने सीएस को जांच रिपोर्ट भेज दी है.
टीकाकरण को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आरपी श्वेतांकी औराई पीएचसी गये थे. आशा ने उनसे कहा कि चार-पांच वर्षों से उन लोगों को टीकाकरण के मद में राशि नहीं दी जा रही है.
शिकायत के बाद डॉ श्वेतांकी ने लेखापाल से पूछताछ की. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने राेकड़-बही की जांच की. इसमें नौ लाख 75 हजार 525 रुपये भुगतान दिखाया गया था, लेकिन इस पर पीएचसी प्रभारी का हस्ताक्षर नहीं था. किस आशा को कितनी राशि दी गयी, यह भी अंकित नहीं था. मामले को संदेहास्पद बताते हुए डॉ श्वेतांकी ने सीएस को रिपोर्ट सौंपी है. वर्ष 2014 से 2017 तक औराई पीएचसी को आशा के भुगतान मद में 21 लाख 41 हजार 171 रुपये उपलब्ध कराया गया था.