कुंदन सिंह की हत्या और उसके काउंटर पर लूटपाट कर दहशत फैलाने का षड्यंत्र रचा गया था. लेकिन भनक लगते ही एसएसपी विवेक कुमार ने विशेष पुलिस टीम का गठन कर चारों अपराधियों को पिस्टल व गोली के साथ गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में इन अपराधियों ने कुंदन की हत्या के लिए बैरिया में जुटने की बात स्वीकारी है. एसएसपी ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी है.
Advertisement
कुंदन हत्याकांड: बस स्टैंड पर वर्चस्व स्थापित करने का था षड्यंत्र, दरभंगा जेल में रची गयी थी बस स्टैंड पर कब्जे की साजिश
मुजफ्फरपुर : कुंदन हत्याकांड का षड्यंत्र एक सप्ताह पहले दरभंगा जेल पर रचा गया था. जेल में बंद शातिर गैंगस्टर मुकेश पाठक से मुलाकात कर अविनाश ने उसकी हत्या कर बैरिया स्टैंड पर कब्जा जमाने में सहयोग का आग्रह किया था. इसके बाद उसने फोन कर शार्प शूटर अमित पांडे व विकास पांडे को बुलाया. […]
मुजफ्फरपुर : कुंदन हत्याकांड का षड्यंत्र एक सप्ताह पहले दरभंगा जेल पर रचा गया था. जेल में बंद शातिर गैंगस्टर मुकेश पाठक से मुलाकात कर अविनाश ने उसकी हत्या कर बैरिया स्टैंड पर कब्जा जमाने में सहयोग का आग्रह किया था. इसके बाद उसने फोन कर शार्प शूटर अमित पांडे व विकास पांडे को बुलाया. इस हत्याकांड को अंजाम देने का फरमान जारी कर दिया.
मंगलवार को होनी थी कुंदन की हत्या
कुंदन सिंह की हत्या का षड्यंत्र मुकेश पाठक के शागिर्द अहियापुर थानाअंतर्गत बैकुंठपुरी निवासी अविनाश कुमार व रौशन झा ने रचा था. मंगलवार को बस स्टैंड से लेकर कांटी के सदातपुर स्थित उसके आवास तक उसकी हत्या कर देने की योजना तय थी. बस स्टैंड स्थित उसके बुकिंग काउंटर पर भी लूटपाट करने की योजना बनी थी. इसको अंजाम देने के लिए उसने गैंग के शार्प शूटरों से संपर्क किया. दरभंगा जेल में बंद मुकेश से हरी झंडी मिलने के बाद पूर्वी चंपारण के पिपरा खेम का अमित पांडेय व विकास कुमार पांडे शनिवार को यहां हथियार के साथ पहुंच गये थे.
कुंदन हत्याकांड को अंजाम देने के लिए शूटरों के जुटने की सूचना पर एसएसपी ने सिटी एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा के नेतृत्व में टीम का गठन किया. टीम में शामिल नगर डीएसपी आशीष आनंद, अहियापुर थानाध्यक्ष विजय कुमार व ब्रह्मपुरा थानेदार उपेंद्र कुमार सिंह ने छापेमारी कर चारों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी के दौरान इनके पास से नौ एमएम की दो पिस्टल, नौ एमएम की दो गोली, 7.62 एमएम की एक पिस्टल, तीन गोली, एक देशी कट्टा, ऑटोमेटिक चाकू, लोहे का पंजा और दो बाइक बरामद की गयी.
पहले भी गोलीबारी कर चुका है अविनाश
अविनाश बैरिया बस स्टैंड के एजेंटों से छोटी-मोटी रकम वसूलने का काम करता रहा है. इसका विरोध करने पर पहले भी उसने कई बस एजेंटों व व्यवस्थापकों पर गोलीबारी भी की थी. इस मामले में उसके विरुद्ध अहियापुर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज है. कुंदन से उसकी पुरानी अदावत है. 26 जुलाई को उसने कुंदन पर गोलीबारी की थी, जिसमें अविनाश घायल हो गया था. उस पर अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज है. गत जनवरी में अविनाश ने एक पूर्व विधायक की बस कंपनी के व्यवस्थापक मनीष कुमार पर गोलीबारी की थी. उक्त घटना में वह बाल-बाल बच गया था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement