मुजफ्फरपुर: बृजबिहारी हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला को सदर अस्पताल से जेल भेजे जाने पर शुक्रवार को दर्जनों लोग सड़क पर उतर आये.
एकजुट होकर समर्थक समाहरणालय में सीएम नीतीश कुमार का पुतला फूंकने पहुंच गये. इस दौरान गेट पर तैनात पुलिस कर्मी ने पुतला देख उन्हें आचार संहिता को लेकर सचेत किया. बिना अनुमति पुतला नहीं फूंकने की सलाह दी. इसके बाद लोग डीएम से अनुमति लेने पहुंचे. हालांकि, उन्हें अनुमति नहीं मिली. पुलिस कर्मी उन्हें बार-बार हिदायत दे रहे थे.
इसी बीच सूचना मिलने पर नगर थाना के दारोगा रामजन्म राम पुलिस बल के साथ पहुंचे तो पुलिस को देख सभी फरार हो गये. एक युवक गेट के बाहर पुतला रख कर उसमें आग लगाने पर अड़ गया. उसे समझाया गया कि बिना अनुमति पुतला फूंकने पर उसे हिरासत में लिया जा सकता है. फिर भी वह मानने को तैयार नहीं था. करीब आधे घंटे तक उसे समझाने का प्रयास किया गया. वह नहीं माना. इस पर नगर पुलिस ने उसे पुतला के साथ गिरफ्तार कर थाने ले आयी. उसकी पहचान सदर थाना क्षेत्र के श्रमजीवी नगर निवासी संजय कुमार सिंह के रूप में हुई. उसने कहा, मुन्ना शुक्ला को जेल भेजे जाने के विरोध में वह पुतला फूंकने आया था.
जमानत पर किया रिहा : समाहरणालय में तैनात मजिस्ट्रेट कनीय सांख्यिकी सहायक राजेश कुमार साहू ने संजय कुमार सिंह के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. देर शाम उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है. वहीं मुन्ना शुक्ला की ओर से अधिवक्ता सुशील कुमार ने संजय को समर्थक मानते हुए कहा कि उनकी भावना की कद्र करते हैं.