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खाने के पड़े लाले: औराई में राहत सामग्री के लिए किया एनएच जाम
औराई: घरहरवा पंचायत के पर्री, हनुमान नगर, कल्याणपुर, भरथुआ समेत दर्जनों गांव के बाढ़ पीडितों ने बुधवार को मुजफ्फरपुर- सीतामढ़ी सड़क एनएच -77 को कटौझा में करीब तीन बजे जाम कर दिया. पंसस ऋषिराज यादव, सुनील सहनी, उमेश राय समेत सैकड़ों लोग प्रशासन पर गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे थे. लोगों ने […]
औराई: घरहरवा पंचायत के पर्री, हनुमान नगर, कल्याणपुर, भरथुआ समेत दर्जनों गांव के बाढ़ पीडितों ने बुधवार को मुजफ्फरपुर- सीतामढ़ी सड़क एनएच -77 को कटौझा में करीब तीन बजे जाम कर दिया. पंसस ऋषिराज यादव, सुनील सहनी, उमेश राय समेत सैकड़ों लोग प्रशासन पर गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे थे. लोगों ने बताया कि उन्हें किसी तरह की राहत नहीं मिली है. पीने का स्वच्छ पानी व नाव नहीं मिलने पर लोग आक्रोशित थे. विधायक ने लोगों को जल्द राहत सामग्री देने का आश्वासन दिया. उसके बाद लोगों ने जाम समाप्त कर दिया. करीब पांच बजे जाम समाप्त हुआ.
बुधवार को जिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह, एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी पीएन सिंह के साथ विधायक डॉ सुरेंद्र कुमार ने क्षेत्र का जायजा लिया. डीएम ने 20 पंचायतों में 25 सौ पाॅलिथीन शीट बांटने का आदेश राजस्वकर्मी को दिया. सरहचिया, नया गांव, महेशवाड़ा, चहुंटा में मोबाइल मेडिकल वैन भेजकर विस्थापितों की देख-रेख करने को कहा.
बाढ़ से हजारों एकड़ में लगी धान व सब्जी की फसल बर्बाद हो गयी है. किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. किसान शैलेंद्र शुक्ला, मुखिया अनमोल ठाकुर ने बताया कि हजारों रुपये कर्ज लेकर खेती की थी. सब कुछ बर्बाद हो गया है.
कागज पर बनी बाढ़ पूर्व की तैयारी निकली हवा : औराई. आपदा से बचने को लेकर प्रखंड में प्रत्येक वर्ष बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा प्रखंड व जिला के पदाधिकारी करते हैं. लेकिन, बाढ़ आने पर सबकुछ ध्वस्त हो जाता है. जिला पार्षद पति संजय किंकर ने बताया कि अंचल प्रशासन डूबते हुए लोगों को एक नाव तक मुहैया नहीं करा पाया. प्रभारी अंचलाधिकारी रामकुमार पासवान ने 29 नाव अंचल में सुरक्षित रखने का दावा किया था. वहीं, राजद अध्यक्ष मो. एजाज ने बताया कि रविवार को एनडीआरएफ की टीम ने बभनगावां गांव में फंसे कुछ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था, मगर बुधवार को उस टीम को भी प्रखंड से बाहर कहीं और भेज दिया गया. एनडीआरएफ टीम के सदस्य विजय कुमार ने 750 बाढ़ पीड़ितों को घर से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का दावा किया. पीड़ित लोगों का हाल जानने के लिए विधायक डाॅ. सुरेंद्र कुमार, उपप्रमुख शैलेंद्र शुक्ला, राजद अध्यक्ष मो. एजाज ने औराई, राजखंड, सिमरी, रामपुर, बेशी, चंडिहा, रतवारा, खेतलपुर समेत दर्जनों गांवों का दौरा कर पीड़ितों का हाल जाना. उन्हें हर संभव मदद को आश्वासन दिया.
मुरौल में बांध पर कैंप की तैयारी शुरू : मुरौल. बूढ़ी गंडक नदी के बांध की जर्जर स्थिति को देखते हुए मुरौल अंचलाधिकारी ने बांध पर कैंप की तैयारी करना शुरू कर दिया है. मालूम हो कि मुरौल प्रखंड के मीरापुर गांव से जहांगीरपुर चौक तक करीब डेढ़ किलोमीटर में बांध की स्थिति ठीक नहीं है. सीओ जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बांध की मरमम्त के लिए जल संसाधन विभाग को इसकी जानकारी दी गयी है. प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार, राजद प्रखंड अध्यक्ष आनन्दलाल राय, शंभु राय आदि ने सीओ के साथ मिलकर जायजा लिया.
20 पंचायतों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कटा
बुधवार को बागमती नदी के जलस्तर में सुधार होने से क्षेत्र में बाढ़ के पानी में ठहराव, तो जरूर हुआ, मगर रुक-रुक कर लगातार हो रही वर्षा से बाढ़ पीडितों की मुसीबत बढ़ती जा रही है. प्रखंड के करीब बीस पंचायतों के लाखों लोग जिला व प्रखंड मुख्यालय से पूरी तरह कट चुके हैं. जबकि महेशवाड़ा पंचायत के सरपंच युगल दास ने बताया कि कटरा से बागमती नदी का पानी बैक होकर महेशवारा गांव में प्रवेश कर गया है. जिस से धान की फसल बर्बाद हो गयी है. देर रात तक एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, डीएसपी मुत्तफिक अहमद एनएच- 77 के बेदौल ओपी में बैठ लागों का हाल जानते रहे. जबकि थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार, बीडीओ सत्येन्द्र कुमार यादव क्षेत्र का भ्रमण करते रहे. लोगों का कहना है कि अगर लखनदई नदी के टूटे तटबंध की मरम्मत समय रहते कर लिया जाता, तो यह विभीषिका नहीं होती.
बंदरा के पूर्वी क्षेत्र में फैलने लगा पानी
बंदरा. बागमती नदी का पानी अब प्रखंड के पूर्वी बॉर्डर क्षेत्र हत्था, मुन्नी बंगड़ी पंचायत के निचले, चौर इलाकों में फैलने लगा है. इसी बीच कटरा में बांध टूटने व बागमती नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. बाढ़ का पानी सकरी बाघमारा, भराव, चांदपुरा, खानुआ हत्था आदि चौर में धान की फसलों को डुबाने लगा है. प्रखंड के दक्षिणी छोर पर स्थित बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में भी वृद्धि हो रही है. बरसात के कारण प्रखंड के बरगांव, सिमरा, हरपुर, रामपुर महिनाथ, पीरापुर पीयर, रामपुर दयाल, रतवारा मेघ तेपरी में एक दर्जनों स्थलों पर बांध कटकर आधा हो गया है. वहीं, बंदरा बीडीओ कुमार ठाकुर ने मंगलवार की देर शाम बूढ़ी गंडक तटबंध के जर्जर स्थलों का निरीक्षण किया. प्राथमिकता के आधार पर बांध की मरम्मत होगी.
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