मुजफ्फरपुर: बिहार विकास कर रहा है, पर उतना नहीं जितना सरकार दावा कर रही है. कई ऐसे क्षेत्र हैं, जिसमें विकास की संभावनाएं है. पर सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. यह बातें बनारस हिंदू विवि के अर्थशास्त्र विभाग के प्रो राकेश रमण ने कही. वे सोमवार को विवि अर्थशास्त्र विभाग में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे. यूजीसी संपोषित इस सेमिनार का विषय ‘बिहार का आर्थिक विकास: भूत, वर्तमान और भविष्य’था.
मगध विवि के प्रो लाल साहब सिंह ने कहा, नीतीश कुमार के शासनकाल में 2011-12 में सूबे का विकास दर 15.44 प्रतिशत तक पहुंच गया. पर इसमें सबसे अहम भूमिका विनिर्माण क्षेत्र का था.
सरकार को ऐसी योजनाएं तैयार करनी चाहिए, जिससे कृषि आधारित रोजगार के अवसर पैदा हो सके. उद्घाटन बीआरए बिहार विवि की प्रतिकुलपति डॉ नीलिमा सिन्हा, अध्यक्षता पूर्व विवि विभागाध्यक्ष डॉ जीवितेश कुमार सिंह, स्वागत विभागाध्यक्ष डॉ कृष्ण मोहन प्रसाद, मंच संचालन डॉ सीकेपी शाही व धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रसून कुमार राय ने किया. सेमिनार को ललित नारायण मिथिला विवि के प्रो राम विनोद सिंह व डॉ पीएन गुप्ता ने भी संबोधित किया. मौके पर विवि के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थीं