मुजफ्फरपुर: अखाड़ा घाट पुल के बंद होने के कारण सोमवार को एक बार फिर जीरो माइल चौक से लेकर बैरिया बस स्टैंड रोड में दोपहर तक जाम लगा रहा. इसके कारण लोग हलकान रहे. जाम के दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गयी. साथ ही ऑटो, बाइक व साइकिल से यात्रा करने वालों को बैरिया से जीरोमाइल की ओर जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. बच्चे-बूढ़े को पैदल ही 1.5 किमी की दूरी तय करनी पड़ी. यहां तक की बस-ऑटो की यात्र कर रहे यात्रियों को उससे उतर कर पैदल ही जाना पड़ा.
बता दें कि यह जाम सुबह की शुरुआत के साथ ही लगना शुरू हो गया. लेकिन, इससे निबटने के लिए किसी भी चौराहे पर पुलिस की तैनाती नहीं की गई थी. हालांकि, जिला प्रशासन अखाड़ाघाट पुल के बंद होने के साथ ही चौराहे पर जवानों की तैनाती की बात कह रहा है.
ट्रैफिक प्लान फेल : अखाड़ा घाट पुल के बंद होने के बाद की समस्या से निबटने को लेकर ट्रैफिक प्लान बनाया गया था, जो फेल होता दिख रहा है. इससे सोमवार को बैरिया-जीरो माइल व न्यू पुलिस लाइन रोड-लक्ष्मी चौक के साथ ब्रrापुरा-जूरन छपरा रोड दोपहर तक जाम के आगोश में रहे. दोपहर के बाद जाम की स्थिति में कुछ सुधार हुआ. लेकिन, पूर्ण रूप से सुधार देर शाम को हुआ. उधर, चौराहे पर न तो ट्रैफिक पुलिस दिखी, ना ही किसी थाने का गश्ती दल. इससे आम लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा.
ओवरटेकिंग से लगा जाम : सोमवार को जाम लगने का मुख्य कारण रहा ओवर टेकिंग. इसको रोकने में पुलिस पूर्ण रूप से विफल रही. संकीर्ण सड़क पर ओवरटेकिंग के कारण ही एक ओर से यातायात बाधित होता है. इसका परिणाम यह होता है कि अप व डाउन लेन दोनों तरफ से जाम हो जाता है. बता दें कि सोमवार की सुबह भी इसी कारण से दादर पुल पर जाम लगा.
पैदल ही निकले यात्री व मरीज : दादर पुल पर लगे महाजाम से निजात पाने के लिए यात्री बस व अन्य सवारियों से यात्रियों ने उतर कर ही यात्रा करना पसंद किया. इसके साथ ही लोगों को अपना सामान भी सिर पर उठा कर जीरो माइल तक की यात्र करनी पड़ी. बीमार बुजुर्ग महिलाओं को भी परिजनों ने गाड़ी से उतार कर पैदल ही मेडिकल की ओर ले गये.