प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डिप्टी मेयर मानमर्दन ने नगर आयुक्त पर बोला हमला
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घोटाले में फंसने के डर से पार्षदों पर करायी एफआइआर : डिप्टी मेयर
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डिप्टी मेयर मानमर्दन ने नगर आयुक्त पर बोला हमला मुजफ्फरपुर : घोटाले में फंसने के डर से दबाव बनाने के लिए नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन ने पार्षदों पर झूठा मुकदमा किया. पार्षद राजीव कुमार पंकू को नगर आयुक्त पूर्व में भी कई बार दलित उत्पीड़न का केस करने की धमकी दे […]
मुजफ्फरपुर : घोटाले में फंसने के डर से दबाव बनाने के लिए नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन ने पार्षदों पर झूठा मुकदमा किया. पार्षद राजीव कुमार पंकू को नगर आयुक्त पूर्व में भी कई बार दलित उत्पीड़न का केस करने की धमकी दे चुके है. शनिवार को अगर पार्षद नगर आयुक्त का घेराव कर बैठक स्थगित नहीं लिखवाते तो निगम में होने वाले लूट को नहीं रोका जा सकता था.
उक्त बातें डिप्टी मेयर मान मर्दन शुक्ला ने रविवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में कही. उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त को पता था कि पार्षद पंकू सुपर शकर मशीन में खरीदारी का मुद्दा उठाने वाले है. बैठक में एक एजेंडा यह भी था कि निगम के आय का श्रोत बढ़ाने के लिए शहर की जनता पर लग रहे टैक्स को बढ़ाने का भी बात थी. एजेंडे वाली कॉपी पर सभी 49 पार्षदों का हस्ताक्षर हो चुका था. अगर पर नगर आयुक्त हस्ताक्षर नहीं करते थे सारे एजेंडे को पास कर दिया जाता.
निगम में लूट पर रोक नहीं लगती है. प्रेसवार्ता में करीब डेढ़ दर्जन पार्षद भी मौजूद थे. सभी ने एक स्वर में कहा कि निगम में किसी भी सूरत में लूट नहीं होने देंगे. प्रेसवार्ता के दौरान पार्षद संजय केजड़ीवाल, सुष्मा देवी, संतोष महाराज, गायत्री चौधरी, हरिओम कुमार सहित डेढ़ दर्जन से अधिक पार्षद व पार्षद प्रतिनिधि मौजूद थे.
एसपी के सामने सरेंडर करो नहीं तो अंजाम बुरा
प्रेसवार्ता के दौरान पार्षदों ने कहा कि शनिवार की देर रात मिठनपुरा व काजीमोहम्मदपुर पुलिस तीनों पार्षदों के घर पर पहुंची और उनके परिवार के सदस्यों को धमकी दी. पार्षद अभिमन्यु के भाई दिलीप कुमार सिंह ने बताया पुलिस देर रात करीब तीन बजे घर पर पहुंची और कहा कि कल तक एसपी के सामने सरेंडर नहीं किये तो परिणाम बुरा होगा. इस डर से तीनों पार्षद अपने घर से गायब है. पार्षदों का कहना था कि पूरे घटना क्रम की वीडियोग्राफी हुई है पुलिस उसे देखे. नगर आयुक्त का कहना है पार्षद पंकू गला दबाये, अजय ओझा हाथ और पैर खींच रहे, अभिमन्यु छाती पर बैठे थे. कपड़ा फटा, लेकिन निकलते समय व गाड़ी में बैठते समय तो कपड़ा सही था.
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बिहारशरीफ में 1.21 करोड़ में खरीदी गयी सुपर शकर मशीन
डिप्टी मेयर ने कहा कि बिहारशरीफ में यही सुपर शकर मशीन 1.21 करोड़ में खरीदी गयी. जबकि यहां 2.63 करोड़, इसमें 1.42 करोड़ का घोटाला हुआ. दोनों जगहों पर एक ही सुप्रीम इंटरप्राइजेज कंपनी ने इसे सप्लाई किया है. इसकी खरीद के लिए सिंगल टेंडर में हुआ, जबकि सिंगल टेंडर कैंसिल होना चाहिए. पहले इस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया गया, इसके बाद कंपनी टर्नअप हुई तो डिमांड पूरा करने के बाद उसी कंपनी से फिर मशीन की खरीद हुई. आखिर क्या कारण था कि पहले कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया, फिर से उसी से मशीन की खरीदारी की. इसी बात को पार्षद पंकू जी बोर्ड में उठाने वाले थे. नगर आयुक्त पूर्व में कई बार इन्हें दलित उत्पीड़न का केस करने की धमकी दे चुके है. इसको लेकर वह व पार्षद पंकू प्रधान सचिव से मिले और मौखिक इसकी शिकायत 27 जून को की थी.
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