लेकिन इसमें लापरवाही बरती जाती है. इसके कारण सड़कों पर दिन रात लाइट जलती रहती है. सम विकास योजना के तहत शहर के प्रमुख चौक – चौराहा पर 27 हाइमास्ट लाइट लगायी गयी है. इसमें 22 नगर निगम क्षेत्र में आता है. एक हाइमास्ट में दस किलोवाट प्रति दिन बिजली की खपत है. इसका हर महीने का फिक्सड चार्ज 44 हजार रुपये हैं. इस तरह सभी हाइमास्ट का बिल दस लाख हाेता है. स्ट्रीट लाइट की बात करें तो शहर में लगे 371 स्ट्रीट लाइट पर 40 लाख खर्च होता है. दिन में लाइट जलने के वजह से बिल सामान्य से दुगुना आ रहा है. 10- 12 घंटे तक लाइट जलने पर 20 – 25 लाख के बीच बिल आयेगा. यही नहीं बिजली बचत हाेने से शहर को दो तीन घंटे अधिक बिजली दी जा सकती है.
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खुलासा: दिन में हाइ मास्ट व स्ट्रीट लाइट जलने से नुकसान, हर दिन बरबाद हो रही ” एक लाख की बिजली
मुजफ्फरपुर : उर्जा संरक्षण को लेकर देश में अभियान चल रहा है. बिजली की खपत कम करने के लिए घर से लेकर दफ्तर तक में एलइडी लाइट लगायी जा रही है. वही दूसरी ओर दिन में स्ट्रीट व हाइमास्ट जला कर बिजली का नुकसान हो रहा है. यह हाल अपने शहर का है. शहरी क्षेत्र […]
मुजफ्फरपुर : उर्जा संरक्षण को लेकर देश में अभियान चल रहा है. बिजली की खपत कम करने के लिए घर से लेकर दफ्तर तक में एलइडी लाइट लगायी जा रही है. वही दूसरी ओर दिन में स्ट्रीट व हाइमास्ट जला कर बिजली का नुकसान हो रहा है. यह हाल अपने शहर का है.
शहरी क्षेत्र में लगे शहर में 371 स्ट्रीट लाइट व 22 हाइमास्ट लाइट से प्रति दिन एक लाख की बिजली बरबाद हो रही है. दरअसल स्वीच ऑन व ऑफ करने का सिस्टम नहीं होने के वजह से यह हाल है. बिजली रहने पर 24 घंटे हाइ मास्ट व स्ट्रीट लाइट जलती रहती है. लाइट ऑन – ऑफ करने की जिम्मेवारी नगर निगम को है.
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