मुजफ्फरपुर: शहर में संकरी सड़कों पर लगे ट्रांसफॉर्मर खतरा को आमंत्रण दे रहे हैं. विद्युत विभाग के नियम के अनुसार कम से कम 15-20 फुट चौड़ी सड़क पर ही ट्रांसफॉर्मर लगाया जाना है. इससे कम चौड़ी सड़क में ट्रांसफॉर्मर लगाना खतरनाक है. दरअसल ट्रांसफॉर्मर में 11 केवीए हाई टेंशन लाइन जोड़ा जाता है. सड़क से वाहन के आने – जाने के क्रम में पोल के क्षतिग्रस्त होने की संभावना होती है. पोल टूटने पर बड़ा हादसा भी हो सकता है. बता दें कि अधिकांश ट्रांसफॉर्मर बिजली बोर्ड के समय ही लगाया गया है.
अभियंता मानक को ताक पर रख कर एस्टीमेट को पास कर दिये. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. यही नहीं ट्रांसफॉर्मर की दूरी मकान आदि से दस फुट तक होना चाहिए. लेकिन शहर में दर्जनाें ऐसे ट्रासफॉर्मर घर के दिवाल से सटे हुए है.
इससे ट्रांसफॉर्मर में आग लगने या तार टूटने पर खतरा की संभावना होता है. खासकर बारिश के दौरान ट्रांसफॉर्मर के आस – पास के चापाकल व मोटर पंप में करंट आने की शिकायत होती है. इसका कारण यही है कि ट्रांसफॉर्मर का अथिर्ग पानी लगने पर अगल – बगल में फैल जाता है. इसके आस – पास नंगे पांव जाने पर झटका महसूस होता है. मेडिकल सायंस के अनुसार ट्रांसफॉर्मर के दस फुट की परिधि में विकिरण निकलता है, जिससे स्कीन डिजीज होने की संभावना होती है.