बंसल ने बताया कि मुजफ्फरपुर से गये सभी लोग जम्मू स्थित सरस्वती धाम व वैष्णवी धाम लॉज में ठहरे हुए हैं. मंगलवार को उनकी यात्रा पूरी हो जाती, लेकिन आतंकी हमले के कारण विलंब हो गया. सुरक्षा की दृष्टि से अमरनाथ यात्रा रोक दी गयी है और सभी श्रद्धालुओं को सेफ सेक्शन जम्मू में ही रोका गया है. जिले से अमरनाथ यात्रा पर श्रद्धालुओं का जत्था पिछले 22 साल से जा रहा है. हालांकि, पहले भी श्रद्धालु जाते रहे हैं, लेकिन इन दो दशक में लगातार संख्या बढ़ती गयी है. श्रीबाबा गरीबनाथ यात्रा समिति के मुख्य संयोजक प्रदीप कुमार उर्फ टुनटुन ने बताया कि 1995 में वे पहली बार यहां से दर्जन भर श्रद्धालुओं को लेकर गये थे. पिछले कुछ सालों में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी, तो कई टोलियां बनती गयी. इस साल 30 जुलाई को जत्था लेकर निकलेंगे.
Advertisement
आतंकी हमला: परिजनों की सांस अटकी, अमरनाथ में फंसे शहर के 100 से ज्यादा श्रद्धालु
मुजफ्फरपुर : अमरनाथ यात्रा पर निकले शहर के 100 से अधिक श्रद्धालु आतंकी हमले के बाद बीच रास्ते में ही फंसे हुए हैं. वहीं, उनकी खैरियत को लेकर परिवार के लोगों की सांस घटना की जानकारी होने के बाद से ही अटकी हुई है. सुबह से ही फोन से संपर्क करने का प्रयास करते रहे. […]
मुजफ्फरपुर : अमरनाथ यात्रा पर निकले शहर के 100 से अधिक श्रद्धालु आतंकी हमले के बाद बीच रास्ते में ही फंसे हुए हैं. वहीं, उनकी खैरियत को लेकर परिवार के लोगों की सांस घटना की जानकारी होने के बाद से ही अटकी हुई है. सुबह से ही फोन से संपर्क करने का प्रयास करते रहे. दोपहर बाद जानकारी मिली कि वे सुरक्षित है. श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमले के बाद सभी को जम्मू में ही रोक दिया गया है. हालात सामान्य होने के बाद यात्रा शुरू की जायेगी.
रविवार को मौर्य ध्वज एक्सप्रेस से अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ था. केदारनाथ रोड निवासी स्वर्ण कारीगर अजीत कुमार 55 श्रद्धालुओं की टीम के साथ निकले, तो शेखर सिनेमा के पास टीवी दुकान चलाने वाले बंसल के साथ 15 श्रद्धालु गये हैं. वहीं मेडिकल कॉलेज से भी 22 श्रद्धालुओं की टोली उसी ट्रेन से एक साथ रवाना हुई. इसके अलावा अन्य जगहों से भी दर्जनभर से अधिक श्रद्धालु गये हैं. जम्मू पहुंचते ही अधिकतर श्रद्धालुओं का मोबाइल बंद हो गया है. हालांकि बंसल से कई लोगों का मंगलवार को संपर्क हुआ.
आठ जुलाई को बस में हुआ था सिलेंडर विस्फोट : अमरनाथ यात्रा के दौरान आठ जुलाई को भी हादसा हुआ था, जिसमें एक श्रद्धालु की मौत हो गयी व आठ घायल हो गये. सोमवार को ही यात्रा से लौटे कांटी के ओमप्रकाश गुप्ता व सतीश कुमार आतंकी हमले की खबर सुनकर स्तब्ध रह गये. आठ जुलाई को वे लोग जिस बस से लौट रहे थे, उसके ठीक पीछे की बस में रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया था. यह हादसा अनंतनाग के पास हुई. इसके चलते तीन घंटे तक यात्रा रोक दी गयी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement