मुजफ्फरपुर: आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम ने बुधवार को मुजफ्फरपुर में टय़ूब वेल सर्किल के अधीक्षण अभियंता सुदर्शन सिंह को अपने ही विभाग के कार्यपालक अभियंता से दस हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
सीवान डिवीजन में टय़ूब वेल के कार्यपालक अभियंता पवन कुमार ने आर्थिक अपराध इकाई से लिखित शिकायत की थी कि उसके अधीक्षण अभियंता उससे एक सरकारी काम के लिए दस हजार रुपये घूस मांग रहे हैं. इओयू के आइजी प्रवीण वशिष्ट ने बताया कि इस मामले में इओयू ने बुधवार को ही एक मामला दर्ज कर अपनी टीम को मुजफ्फरपुर के लिए रवाना कर दिया है. कार्यपालक अभियंता पवन कुमार ने जैसे ही अधीक्षण अभियंता सुदर्शन सिंह को घूस के रूप में दस हजार रुपये दिये.
उनके कार्यालय कक्ष से बाहर तैनात इओयू के अधिकारियों ने उसे मौके पर ही दबोच लिया. राज्य सरकार ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अतिरिक्त इओयू को भी घूसखोर लोक सेवकों को ट्रैप करने का अधिकार सौंपा है और पिछले दो महीनों में इओयू ने आधा दर्जन घूसखोर लोक सेवकों को घूस की रकम के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार करने में सफलता पायी है. आइजी ने बताया कि फिलहाल इओयू की टीम मुजफ्फरपुर में है और मामले की जांच कर रही है. जरूरत पड़ी, तो अधीक्षण अभियंता के आवास की तलाशी भी ली जा सकती है.