मुजफ्फरपुर: एमआइटी कॉलेज में प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को हॉस्टल में दुबारा जगह पाना आसान नहीं होगा. कॉलेज प्रशासन कल्याण हॉस्टल व हॉस्टल वन में हुए तोड़फोड़ के लिए इन्हीं छात्रों को जिम्मेवार मानते हुए उनसे जुर्माना वसूलने का फैसला लिया है.
इसके लिए नुकसान का आंकलन कर उसके जीर्णोद्धार के लिए एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है. इसे एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लेने की उम्मीद है. एस्टीमेट तैयार होने के बाद प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों से समान अनुपात में जुर्माना की राशि वसूली जायेगी. उसके बाद ही उन्हें हॉस्टल में कमरा मुहैया कराया जायेगा.
जानकारी हो कि हॉस्टल वन में पिछले साल तक थर्ड व फाइनल इयर के छात्र रहा करते थे. इस वर्ष कॉलेज प्रशासन ने उसमें प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को रखने का फैसला लेते हुए सीनियर छात्रों को उसे खाली करने का निर्देश दिया. पर शुरू में वे इसके लिए तैयार नहीं हुए. इसको लेकर सीनियर व जूनियर छात्रों के बीच मारपीट हुई. हॉस्टल में तोड़फोड़ भी की गयी. वहीं छह फरवरी को कल्याण छात्रवास में छात्रों के दो गुटों में बीच मारपीट की घटना हुई. छात्रों ने एक-दूसरे पर लाठी, डंडों व हॉकी स्टिक से हमला किया. इससे जहां डेढ़ दर्जन से अधिक छात्र घायल हुए. वहीं हॉस्टल को भी काफी नुकसान हुआ था.
हॉस्टल वन व कल्याण छात्रवास में तोड़फोड़ के लिए प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्र जिम्मेदार थे. ऐसे में उनसे नुकसान की राशि वसूली जायेगी. इसके लिए एस्टीमेट एक सप्ताह के भीतर तैयार कर लिया जायेगा. राशि वसूले जाने के बाद ही छात्रों को दुबारा हॉस्टल में रहने की अनुमति मिलेगी.
– ई अंजनी कुमार नथानी, प्राचार्य, एमआइटी