मुजफ्फरपुर: ट्रेन में लटकी साइकिल यात्रियों के लिए सोमवार को जानलेवा साबित हो गई. छपरा-टाटा एक्सप्रेस में लटकी साइकिल 18 नंबर गुमटी के पास सिग्नल पाेल से टकरा गई. इस पर पोल व साइकिल का कुछ हिस्सा टूटकर जनरल डिब्बे में आ गया. जब तक यात्री कुछ समझ पाते, तब तक करीब आधा दर्जन यात्री […]
मुजफ्फरपुर: ट्रेन में लटकी साइकिल यात्रियों के लिए सोमवार को जानलेवा साबित हो गई. छपरा-टाटा एक्सप्रेस में लटकी साइकिल 18 नंबर गुमटी के पास सिग्नल पाेल से टकरा गई. इस पर पोल व साइकिल का कुछ हिस्सा टूटकर जनरल डिब्बे में आ गया. जब तक यात्री कुछ समझ पाते, तब तक करीब आधा दर्जन यात्री बुरी तरह जख्मी हो चुके थे.
एक दिव्यांग युवक का घुटना बुरी तरह फट गया. साथ ही दो मासूम बच्चियों के हाथ व पांव में गंभीर चोट आई. इस पर बोगी में हो-हल्ला शुरू हो गया. तब तक ट्रेन मुजफ्फरपुर जंकशन पर पहुंच चुकी थी. घटना की सूचना मिलते ही आरपीएफ व जीआरपी के जवान प्लेटफाॅर्म नंबर चार पर पहुंचे. यात्रियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया.
रोड़ेबाजी के नाम पर डरे सहमे रहे यात्री : घटना की सही जानकारी नहीं होने की वजह से यात्री रोड़ेबाजी के नाम पर डरे व सहमे हुए थे. कुढ़नी व तुर्की के बीच ही 18 नंबर गुमटी के पास जैसे ही ट्रेन पहुंची. वैसे ही सिग्नल के पोल से ट्रेन में लटकी साइकिल टकरा गई. इस बीच यात्रियों को लगा कि किसी ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी है. घटना में घायल होने वालों में लाडली (10), गोलू कुमारी (5), प्रियंका (13), दिव्यांग रघुनंदन साह व आभा मिश्रा शामिल हैं. यात्रियों को लगा कि बाहर से रोड़ेबाजी हुई है. लेकिन बोगी के अंदर कोई पत्थर का टूकड़ा नहीं मिला.
सिग्नल पोल पर लगी सीढ़ी के टूटे हिस्से से लगी चोट : रेलवे की टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि सिग्नल की सीढ़ी से साइकिल टकराई है. इस वजह से सीढ़ी का कुछ हिस्सा टूटकर डिब्बे में चला गया. ट्रेन की स्पीड अधिक होने की वजह यात्रियों को इसकी जानकारी नहीं हो सकी. टूटा हिस्सा यात्रियों के हाथ व पांव में लगा.
जख्मी यात्रियों के नाम :
लाडली (भलुआ, शंभुगंज, बांका)
प्रियंका व गाेलू (नया टोला, मासूमनगर, थाना-धरहरा, मुंगेर)
रघुनंदन साह (पिपराहां, कांटी)
आभा मिश्रा (दामु चौक, काजीमोहम्मदपुर)