शनिवार शाम छह बजे घर का सामान लेने वह छितरी बाजार गयी थी. घर लौट कर आयी, तो अमन नहीं था. काफी खोजबीन के बाद वह नहीं मिला. इसी दौरान उनके मोबाइल नम्बर 8207523336 पर किसी का फोन आया .उसने बोला कि तुम्हारा बेटा मेरे कब्जे में है. पांच लाख फिरौती की मांग की. रविवार की दोपहर 12 बजे उसी फोन से कॉल कर बेटे से बात करा कर फिरौती मांगी. इधर, छानबीन में पता चला कि अपहृत अमन के घर के सामने दीनानाथ सिंह का मकान है.
दीनानाथ सिंह दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते है.घर पर उनका परिवार रहता है.अपहर्ता उनका परिचित बताया जाता है. पुलिस को छानबीन में पता चला कि दीनानाथ सिंह एक श्राद्धकर्म में चले गये थे. इसी दौरान अपहर्ता पुनः छितरी पहुंचा. दीनानाथ सिंह का कुटुंब जानकर अंकित-अमन के यहां अपहरणकर्ता उनका संबंधी बता कर एक रात रुका भी था. तीन दिन तक साथ रहने पर अपहर्ता व अमन की जान पहचान हो गयी. उसके पिता असम में ट्रक चलाते हैं. घर पर दो पुत्रों के साथ उनकी पत्नी रहती है. सोमवार की शाम अमन कुछ सामान लेने छितरी चौक गया.परंतु बहुत देर तक नहीं आने पर परिजनों को शंका हुई व खोजने लगे.खोजने के क्रम में ही रात्रि में अमन की मां के फोन पर अपहरण करनेवाले का काल आया था.