मुजफ्फरपुर: कुछ उपभोक्ताओं की शिकायत थी कि पिछली बार कैंप में उनका बिल सुधार हुआ, लेकिन अगले माह के बिल में एडजस्ट नहीं किया गया. ऐसे में बिल सुधार करने से क्या फायदा. अब उपभोक्ताओं को यही काम रह गया है कि वे बिल सुधार के लिए हमेशा कार्यालय के चक्कर काटते रहे. ना तो नियमित मीटर रीडिंग होती है, ना तो घर पर बिल भेजा जाता है.
सत्य नारायण मिश्र, प्रोफेसर कॉलोनी : उपभोक्ता संख्या एमयू 28791 है, पिछले छह माह से इनके यहां मीटर की रीडिंग नहीं हो रही है. उम्र करीब 70 वर्ष है. हर बार इन्हें कार्यालय आकर बिल निकलवा कर जमा करवाना पड़ता है. बावजूद इसके इन्हें गलत बिल भेज दिया गया.
राज कुमार साह, कच्ची सराय : उपभोक्ता संख्या एमयू 6937 है. बार-बार बिल सुधार करवाने के बावजूद इनका बिल एडजेस्ट नहीं हो पाया है. इन्हें हर माह बिल जमा करने से पूर्व बिल सुधरवाने के लिए कार्यालय आना पड़ता है.
राजेश कुमार, इस्लामपुर : उपभोक्ता संख्या एमयू 44699 है. पहले तो कई बार दौड़
लगाने के बाद बिल सुधार हुआ और फिर से गलत बिल. गलत बिल ठीक करवाने के लिए यहां घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है. यहां आने पर बिल तो सुधर जाता है लेकिन एडजस्टमेंट नहीं हो पाता है.
संजय नारायण सिंह, राहुल नगर : उपभोक्ता संख्या एमई 02114 है. इनका कहना था कि इससे बढ़िया तो सरकारी कर्मचारी थे. उनके समय इतनी परेशानी नहीं होती थी जितनी आज है.
इंद्रासन देवी, जीरोमाइल : उपभोक्ता संख्या एमई 15452 है. इन्हें 3033 यूनिट अधिक का बिल भेज दिया गया है. इससे पूर्व भी इन्हें अधिक यूनिट का बिल आ चुका है. पिछले पांच महीनों से यह बिल सुधार के लिए दौड़ रहे है लेकिन सुधार नहीं हुआ.
– सुमित कुमार, गन्नीपुर : उपभोक्ता संख्या एमयू 30007 है. बिल पिछले साल सितंबर से गड़बड़ है. मीटर जला हुआ है और इन्हें डेढ़ लाख रुपये का बिल भेज दिया गया है. पिछले पांच माह से दौड़ लगा रहे है, कोई सुनने वाला नहीं है.
– सुधीर कुमार, बजरंगपुरम भगवानपुर : उपभोक्ता संख्या एमई 06378 है. 50 हजार रुपये का बिल भेज दिया गया है. इसे सही करवाने के लिए दो तीन माह से दौड़ लगा रहे है, कोई सुधार नहीं हो सका है.
– श्रीमती देवी, पंखा टोली : उपभोक्ता संख्या एमयू 66354 है. इन्हें पिछले चार पांच माह से एक किलो वाट की जगह 6 किलोवाट लोड का बिल भेजा जा रहा है. इसे सुधार करवाने के लिए कई बार कार्यालय के चक्कर काट चुकी हैं.
– संतोष कुमार, अघोरिया बाजार : उपभोक्ता संख्या एमयू 28751 है. इन्हें ढ़ाई लाख का बिल भेजा गया और मोबाइल पर मैसेज में 2.8 लाख के बिल का आया है. ये सिलसिला पिछले तीन चार माह से चल रहा है.
– राजू चौधरी, खादी भंडार : उपभोक्ता संख्या 21293 है. इन्हें एक माह में 16 हजार रुपये से अधिक का बिल भेज दिया गया. पिछली बार भी यही हुआ था, जिसे सुधार करवाया था. लेकिन उसे नये बिल में एडजेस्टमेंट नहीं किया गया.
– विनोद साह, कुढ़नी : उपभोक्ता संख्या एमडब्ल्यू 103109 है. इन्हें पिछले माह 1.10 लाख का बिल भेज दिया गया. एक बार में करीब 6000 यूनिट से अधिक का बिल. पिछली बार भी इन्हें अधिक का बिल भेज दिया गया था.