सड़क निर्माण की जिम्मेदारी सिंह कंस्ट्रक्शन को दी गयी है. पिछले दिनों एजेंसी ने जब यहां सड़क निर्माण की कोशिश की, तो किसान पेट्रोल व केरोसिन लेकर मौके पर पहुंच गये थे. खुद व निर्माण कार्य में लगे कर्मियों को जला देने की चेतावनी भी दी थी. मजबूरन एजेंसी के लोगों को निर्माण सामग्री व मशीनरी लेकर भागने को मजबूर होना पड़ा था. इसके बाद एजेंसी के सिविल कॉन्ट्रैक्टर ने आरसीडी-1 के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिख कर वहां काम करने से इनकार कर दिया था. यही नहीं एकरारनामा बंदी करने की मांग भी की.
Advertisement
अबतक नहीं सुलझा 635 मीटर जमीन का विवाद
मुजफ्फरपुर : कांटी-रघईघाट पथ में जामिन मठिया के समीप 635 मीटर जमीन को लेकर जारी विवाद सुलझाने का प्रयास विफल हो गया है. मंगलवार को प्रशासन की तरफ से अपर समाहर्ता राजस्व डॉ रंगनाथ चौधरी व जिला भू-अर्जन पदाधिकारी बच्चानंद सिंह खुद मौके पर पहुंच किसानों से वार्ता की. पर, किसान नई नीति व नई […]
मुजफ्फरपुर : कांटी-रघईघाट पथ में जामिन मठिया के समीप 635 मीटर जमीन को लेकर जारी विवाद सुलझाने का प्रयास विफल हो गया है. मंगलवार को प्रशासन की तरफ से अपर समाहर्ता राजस्व डॉ रंगनाथ चौधरी व जिला भू-अर्जन पदाधिकारी बच्चानंद सिंह खुद मौके पर पहुंच किसानों से वार्ता की. पर, किसान नई नीति व नई दर पर जमीन का मुआवजा लेने की बात पर अड़े रहे. वहीं, प्रशासन इसके लिए तैयार नहीं है.
कांटी-रघई घाट पथ की कुल दूरी 8.6 किलोमीटर है. एजेंसी ने कमोबेश निर्माण कार्य पूरा कर लिया है. लेकिन, जामिन मठिया के समीप 635 मीटर सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है. करीब एक दर्जन किसानों से यह जमीन वर्ष 1975 में ली गयी थी. इनमें से अधिकांश किसानों को अभी तक मुआवजा राशि नहीं मिली है. अब किसान नई नीति व नई दर की मांग कर रहे हैं.
यह मामला डीएम धर्मेंद्र सिंह तक पहुंचा. उनके निर्देश पर ही मंगलवार को अपर समाहर्ता व जिला भू-अर्जन पदाधिकारी किसानों से वार्ता के लिए पहुंचे थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement