कार्यक्रम आयोजित
मुंगेर : शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दलहट्टा स्थित सेवा श्रम सुगंधित प्राइवेट कंपनी के प्रांगण में महिला सशक्तीकरण के लिए महिला सभा का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि निलांबरी बहन व विशिष्ट अतिथि केरल के नलीनी बहन थी. मंच संचालन रंजू बहन ने की.
मुख्य अतिथि ने कहा कि महिला दिवस हमारा दिन है और आज हमारी बहनों के आंखों में विश्वास दिखता है. इनमें कुछ भी करने की ताकत है. फिर भी हमारे समाज की विडंबना है कि सारे सामाजिक, राजनीतिक प्रयासों के बावजूद आज भी समाज में असमानता है.
जिसमें मृत्यु दर, जन्म दर, बुनियादी सुविधा, पेशागत असमानता और स्वामित्व जैसी समस्या शामिल हैं. आइटीसी के अखिलेश, सेवा औद्योगिक स्वावलंबी सहकारी समिति की अध्यक्षा संगीता एवं नूतन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. मौके पर कृष्णा बहन ने आगेवान रौनक बहन, सीता बहन, बॉबी, बहन, विद्या बहन, माधुरी बहन, नीरज बहन मौजूद थे.
शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ें महिलाएं
किला क्षेत्र अंतर्गत बागवान में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ. अध्यक्षता शकुंतला शर्मा ने की. मुख्य अतिथि कांति कुमारी एवं विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता संगीता कुमारी, उर्मिला कुमारी तथा वीणा देवी थी. आमंत्रित अतिथि जदयू नेता सुबोध वर्मा थे. उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिला-पुरुषों के कंधे से कंधा मिला कर चल रही है. अन्य वक्ताओं ने महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा पर चिंता व्यक्त की. साथ ही दहेज, भ्रूण हत्या, छेड़खानी और बलात्कार जैसी घटनाओं को सामाजिक कलंक बताया. मौके पर बबीता, गीता, वीणा, नीलम, पूनम ने भी अपने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम को सफल बनाने में अधिवक्ता राज कुमार राम, अशोक कुमार चौधरी एवं एहसास संस्था के संस्थापक आमिरूल इस्लाम का उल्लेखनीय योगदान रहा. जमालपुर प्रतिनिधि के अनुसार नोट्रोडेम एकेडमी परिसर में शनिवार को विश्व महिला दिवस धूमधाम से मनाया गया.
एकीकृत सामाजिक सशक्तीकरण केंद्र के तत्वावधान में एनजीओ मशाल द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसकी अगुआई राष्ट्रीय समन्वयक सिस्टर जेस्सी ने की. समारोह में जागृति गीत, संथाली नाच, नाटक, भाषण एवं सोहराय नृत्य के आयोजन किये गये. आगंतुकों का स्वागत भाषण में सिस्टर अनुप्रिया ने कहा ईश्वर ने नर और नारी की सृष्टि की और उन्हें सामान रूप से गुणवान बताया. परंतु समाज ने भेदभावपूर्ण मानसिकता के कारण महिलाओं को अवला बना दिया. जया देवी, गीता देवी और सरोजनी देवी ने विचारोत्तेजक भाषण किये. मौके पर घरेलू उपचार का प्रशिक्षण प्राप्त विभिन्न प्रखंडों के 15 महिलाओं को प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया. मौके पर सिस्टर मंजूला, सिस्टर जान, सिस्टर निधि, जमालपुर की गीता, बेबी, अंजनी, कंचन, सावित्री, धरहरा की सजनी, शोभा, शांति एवं किशोरी पूजा, मोना, विनिता, अनूजा ने सक्रिय योगदान किया.