धरहरा : धरहरा प्रखंड नक्सली वारदात को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहा है. अब अपराधियों द्वारा लगातार दिये जा रहे आपराधिक घटनाओं को लेकर सुर्खियां बटोर रही है. यहां अब नक्सलियों का ही नहीं बल्कि अपराधियों का भी वर्चस्व है. जिससे कारण यहां के लोग भय के माहौल में जिंदगी बिता रहे है.
धरहरा एवं लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र में इन दिनों आपराधिक वारदात में काफी बढोतरी हुई है. एक माह के अंदर बेखौफ अपराधियों ने आधे दर्जन हत्या की घटना को अंजाम दिया. छोटी-छोटी बात पर इंसान को गोली मारना यहां के लिए आम बात हो गयी है. यहां तक कि दूसरे थाना क्षेत्र से लोगों का अपहरण कर इसी क्षेत्र में लाकर उसकी हत्या की जा रही है.
इससे साफ पता चलता है कि यहां नक्सली नहीं अपराधी की सत्ता चलने लगी है. लेकिन पुलिस प्रशासन है कि हत्या के बाद प्राथमिक दर्ज कर एवं शव का पोस्टमार्टम करा कर अपने कर्तव्य का इतिश्री कर रही है. विगत 23 सितंबर को नया रामनगर थाना क्षेत्र के नौवागढ़ी निवासी प्रोपर्टी डीलर राजनीति मंडल की अपराधियों ने नक्सल प्रभावित बिलोखर गांव में गोली मार कर दिया था.
इसमें उसकी दूसरी पत्नी, पत्नी का मौसेरा भाई चंदन कुमार, कुख्यात अपराधी कुंदन मंडल का नाम सामने आया. किंतु अब तक मुख्य आरोपी की गिफ्तारी नहीं हो पायी है.एक माह में घटित आपराधिक घटना * 26 सितंबर को मानगढ़ में चिकित्सक डॉ निशार अहमद को इलाज करने से मना करने पर गोली मार दी.
जिसमें वह घायल हो गया और उसका इलाज राज्य से बाहर चल रहा है. *27 सितंबर को बड़ी गोविंदपुर में लकवा ग्रस्त भुनेश्वर यादव को भाई व भतीजा ने पीट-पीट कर हत्या कर दी. * 27 सितंबर की रात में ईटवा गांव के अनिल चौधरी एवं राजीव चौधरी की अपराधियों ने धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दिया. * 2 4 अक्तूबर को पुन: अपराधियों ने भुदेव कोड़ा एवं दामोदर मांझी की हत्या कर दिया.